2024 आम चुनाव में काशी और ज्ञानवापी भाजपा के लिए अयोध्या और राम मंदिर साबित हो सकते हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि काशी का कनेक्शन और ज्ञानवापी का मुद्दा बड़ा बनता जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी को पूरे देश से जोड़ने के लिए तमिल संगमम् और टेंपल एक्सपो जैसे कार्यक्रम कराए। CM योगी ने ज्ञानवापी के बारे में स्ट्रेट फॉरवर्ड बयान देकर ध्रुवीकरण की राजनीति को हवा भी दे दी है।
ICICI डायरेक्ट के सर्वे के मुताबिक, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद से काशी में करीब 10 करोड़ टूरिस्ट देशभर से आए हैं। राजनीतिक जानकर इस रिलीजस टूरिज्म को वोट बैंक से जोड़कर देख रहे हैं।
2019 में भाजपा को 22 करोड़ वोट मिले थे। 2014 में 17 करोड़ वोट मिले थे। इस तरह 5 सालों में भाजपा के वोट में 5 करोड़ वोट का इजाफा हुआ था। प्रयागराज में हुए 2019 के अर्द्ध कुंभ में 24 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु आए थे। राजनीतिक जानकार कहते हैं कि धार्मिक गतिविधियों में अधिक लोगों के जुटने का सीधा फायदा सत्तारूढ़ दल को होता है।