कल की बड़ी खबर पाकिस्तान की राजनीति से जुड़ी रही। इमरान खान को करप्शन मामले में 3 साल की कैद की सजा हुई है। इधर, हिंदू पक्ष के वकील ने ज्ञानवापी में मूर्तियों के टुकड़े मिलने का दावा किया है। हम आपको हरियाणा हिंसा में पाकिस्तान कनेक्शन के बारे में भी बताएंगे…
लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर…
- PM मोदी अमृत भारत योजना के तहत देशभर के 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखेंगे। ये सभी स्टेशन देश के 27 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश में है।
- गृहमंत्री अमित शाह पुणे में सहकारी समितियों के केंद्रीय पंजीयक कार्यालय के डिजिटल पोर्टल का शुभारंभ करेंगे।
अब कल की बड़ी खबरें…
1. इमरान को तोशाखाना केस में 3 साल की जेल, 5 साल चुनाव नहीं लड़ पाएंगे
इमरान ने गिरफ्तारी के बाद अपना एक वीडियो ट्वीट किया है। इसमें इमरान ने बताया कि उन्हें गिरफ्तारी की जानकारी पहले से थी। इसलिए उन्होंने वीडियो को पहले ही रिकॉर्ड कर लिया था।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को तोशाखाना करप्शन मामले में 3 साल की जेल हुई है। उन पर एक लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। गिरफ्तारी से पहले खान ने एक वीडियो मैसेज में कहा की वो देश बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। कोर्ट के फैसले के बाद इमरान के राजनीतिक करियर पर संकट आ गया है। अब वो अगले 5 साल तक चुनाव नहीं लड़ पाएंगे।
ये खबर अहम क्यों है: इमरान ने अपने कार्यकाल के दौरान कई देशों से मिले गिफ्ट को बेच दिया था। इमरान ने चुनाव आयोग को बताया था कि उन्होंने तोशाखाने से इन सभी गिफ्ट्स को 2.15 करोड़ रुपए में खरीदा था, बेचने पर उन्हें 5.8 करोड़ रुपए मिले थे। बाद में खुलासा हुआ कि यह रकम 20 करोड़ से ज्यादा थी।
2. ज्ञानवापी में मूर्तियों के अवशेष मिलने का दावा, ओवैसी बोले- कहीं 6 दिसंबर जैसी घटना न हो जाए
ज्ञानवापी में दूसरे दिन का ASI सर्वे 6 घंटे से ज्यादा चला। 61 सदस्यीय टीम ने ज्ञानवापी हॉल, तहखाना, पश्चिम दीवार, बाहरी दीवार और सेंट्रल के मैप तैयार किए। इस दौरान हिंदू पक्ष के वकील अनुपम द्विवेदी ने दावा किया कि सर्वे के दौरान मूर्तियों के कुछ टुकड़े मिले हैं। उधर, AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा की ASI रिपोर्ट आने के बाद कहीं 6 दिसंबर जैसी घटनाएं न हो जाएं।
ये खबर अहम क्यों है: काशी विश्वनाथ ज्ञानवापी केस में 1991 में वाराणसी कोर्ट में पहला मुकदमा दाखिल हुआ था, जिसमें ज्ञानवापी परिसर में पूजा की अनुमति मांगी गई थी। मस्जिद कमेटी इसके खिलाफ हाईकोर्ट पहुंची। 1993 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यथास्थिति कायम रखने का आदेश दिया था। 2019 में वाराणसी कोर्ट में फिर से इस मामले में सुनवाई शुरू हुई, जो अभी भी जारी है।
3. पाकिस्तानी यूट्यूबर ने भड़काई हरियाणा हिंसा, कई वीडियो राजस्थान लोकेशन से पोस्ट किए
पाकिस्तानी यूट्यूबर अहसान मेवाती ने 31 जुलाई को नूंह में हिंसा के दौरान भड़काने वाले कई पोस्ट किए।
हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा की जांच में पाकिस्तानी यू-ट्यूबर जीशान मुश्ताक का नाम सामने आया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक जीशान खान ने राजस्थान की लोकशन डालकर कई भड़काऊ वीडियो पोस्ट किए। जबकि उसकी असली लोकेशन लाहौर पाई गई। जीशान हिंसा के दिन आगजनी और तोड़फोड़ के फुटेज भी जारी कर रहा था। पुलिस को शक है की जीशान का नूंह में तगड़ा नेटवर्क है।
ये खबर अहम क्यों है: हिंसा के 6 दिन बाद भी हालात तनावपूर्ण हैं। पैरामिलिट्री फोर्सेज की 20 कंपनियां तैनात की गई हैं। अब तक 5 जिलों में 102 FIR दर्ज की गई हैं। 202 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। अकेले नूंह में 46 FIR दर्ज हैं। पुलिस ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए 2300 वीडियो की पहचान की है। पुलिस का मानना है कि इन्हीं वीडियो ने हिंसा को उकसाने में भूमिका निभाई है। हिंसा की जांच के लिए स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की 8 और 3 स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम बनाई गई हैं।
4. कांग्रेस नेता टाइटलर ने भीड़ से कहा- पहले सिखों को मारो, CBI चार्जशीट में दावा
सिख विरोधी दंगा मामले में CBI ने कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। टाइटलर पर हत्या का आरोप है। CBI ने कहा- कांग्रेस नेता ने दिल्ली में गुरुद्वारा पुल बंगश के पास सिखों को मारने के लिए भीड़ को उकसाया था। भीड़ से कहा था कि पहले सिखों को मारो। इसके बाद भीड़ ने तीन लोगों की हत्या कर दी। CBI ने टाइटलर को जमानत देने का विरोध किया और कहा की वे गवाहों को प्रभावित कर सकते हैं।
ये खबर अहम क्यों है: 31 अक्टूबर 1984 को भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सिख विरोधी दंगे भड़के थे। CBI ने बताया कि नवंबर 1984 में दिल्ली स्थित पुल बंगश गुरुद्वारा को भीड़ ने आग लगा दी थी। तीन सिखों को जलाकर मार डाला था। CBI ने जांच में पाया कि कांग्रेस नेता टाइटलर ने ही भीड़ को भड़काया था।
5. पाकिस्तानी क्रिकेटर्स की सैलरी 4 गुना बढ़ेगी, भारत के मुकाबले अब भी बहुत कम
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) अपने क्रिकेटर्स की सैलरी में ऐतिहासिक इजाफा करने जा रहा है। नए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में बाबर आजम, मोहम्मद रिजवान और शाहीन शाह अफरीदी ए ग्रेड कॉन्ट्रैक्ट में रह सकते हैं। इन्हें भारतीय करेंसी में महीने के 13.22 लाख रुपए यानी साल के 1.58 करोड़ रुपए मिलेंगे।
ये खबर अहम क्यों है: भारत के मुकाबले पाकिस्तान के टॉप प्लेयर्स की सैलरी अब भी बहुत कम है। BCCI अपने A+ ग्रेड प्लेयर्स को साल के 7 करोड़ रुपए देती है। इनमें विराट कोहली, रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह और रवींद्र जडेजा शामिल हैं। PCB अपने खिलाड़ियों को कम पैसे देने के बावजूद इंटरनेशनल और घरेलू क्रिकेट खेलने के लिए मजबूर करता था। इस बात का खिलाड़ी लम्बे समय से विरोध कर रहे थे, इसी वजह से PCB अब खिलाड़ियों की कमाई में ऐतिहासिक बदलाव करने जा रहा है।