मृतक के पिता का आरोप हमने 4 लोगों की जान गवाई है मामला बड़ा है सीबीआई जांच हो, रीवा जिले के अमवा का एक ही परिवार के 4 लोग ने भोपाल में किया सुसाइड
भोपाल के नीलबड़ इलाके में दिल को झकझोरने वाली घटना सामने आई है। यहां रहने वाला रीवा जिले के अमवा निवासी एक परिवार • सामूहिक आत्महत्या कर दुनिया को अलविदा कह गया। मृतक दंपति भूपेंद्र विश्वकर्मा और रितु विश्वकर्मा पर एक कोलंबियाई ऑनलाइन कंपनी लोन वसूली का दबाव बना रही थी। इससे घबराकर बुधवार- गुरुवार की रात भूपेंद्र ऋतु ने दो बेटों ऋषिराज और ऋतुराज को कोल्डड्रिंक में सल्फास की गोलियों घोलकर पिलाई और मौत से पहले बच्चों के साथ आखिरी सेल्फी ली। फिर फांसी लगाकर जान दे दी। भूपेंद्र ने चार पेज का सुसाइड नोट लिखा है।
इसमें उन्होंने बताया है कि कैसे विदेशी कंपनी ने उन्हें फंसाया। ज्ञात हो कि भूपेंद्र मूल रूप से रीवा शहर से महज 6 किमी दूर अमवा गांव के रहने वाले हैं। उनके पिता शिवनारायण भोपाल राज परिवहन कर्मचारी थे। राज परिवहन के टूटने पर वह बीआरएस लेकर गांव आ गए लेकिन बच्चे वहीं रह गए। बड़ा बेटा नरेंद्र विश्वकर्मा है जो भोपाल में ही बल्लभ भवन के पास रहता है जबकि भूपेंद्र रातीबड़ इलाके में रहता था। जैसे ही छोटे बेटे के दो नातियों व बहू के साथ सामूहिक आत्महत्या की समाचार मिली वह भोपाल के भाग दिए। जबतक वह सीहोरा पहुंचे भोपाल से सूचना आई कि शाम चार बजे भोपाल से सभी का शव लेकर रवाना होने की मिलने पर वहीं रुक गए। घटना की सूचना सूचना मिली तो परिवार सहित पूरे गांव में कोहराम मच गया।
रीवा का था परिवार
मृतक परिवार रीवा की हुजूर के अमवा गांव का था। भूपेंद्र (38 वर्ष), रितु (३५ वर्ष) अपने दो बेटों ऋषिराज (९ वर्ष) और ऋतुराज (3 वर्ष) के साथ नीलबड़ के शिव विहार में रहते थे।
फोटो हैक कर मोर्फिंग की
कोलंबियाई कंपनी के भूपेंद्र का लैपटॉप हैक कर पर्सनल फोटो निकाले। इन्हें मॉर्फ कर अश्लील बनाया और परिजनों को भेजा। कंपनी ने यह 17 लाख की वसूली के लिए किया।
आखिरी सेल्फी
मौत को गले लगाने से पहले मासूम ऋषिराज और ऋतुराज को दुलारते हुए भूपेंद्र ऋतु विश्वकर्मा ने आखिरी सेल्फी ली। ऑनलाइन जॉब कोलंबियाई कंपनी के दबाव में उजड़ गया देने वाली परिवार 17 लाख का कर्ज दिया, उसी कंपनी में खर्च कराया और वसुली के लिए दबाव बनाने लगा.