विधायक निधि से आए रुपये का दुरुपयोग कर उसे शोकपिट बनाने में कर दिया गया खर्च, आधी अधूरी सड़क बनी स्थानीय लोगों के लिए मुसीबत,
जनपद पंचायत रायपुर कर्चुलियान अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायतों में पदस्थ सचिवों की सूची में सबसे भ्रष्ट और घाघ सचिवों की गिनती में शुमार सचिव अनिल मिश्रा अपनी बेईमानी व कुटिलता के लिए आम जनता से लेकर जिले भर के अधिकारियों के बीच प्रसिद्घ है, पंचायत विभाग का ऐसा कोई अधिकारी कर्मचारी नहीं है जो इसके अंदर छुपे भ्रष्टाचारी सैतान से परिचित ना हो, ऐसे सचिव को बरसैता से हटा कर ही आम जनता चैन की सांस लेने वाली है, वर्ना य़ह वो घुन है जो, जंहा लग जाता है वहीं के अन्न को समाप्त तो कर्ता है साथ मे वंहा की जमीन को भी पूरी तरह निगल जाता है, इसकी मधुरी वाणी में भी इतना खतरनाक जहर है कि जो उसमे फंस गया वह इसका शिकार हो गया.
विधायक निधि से सड़क के लिए मिले 03, लाख रुपये में भी कर गया लंबा खेल,
जानकारी के मुताबिक ग्राम पंचायत बरसैता में विधायक निधि से मिट्टी मुरूम की सड़क के लिए 03, लाख रुपये दिए थे, जिसमें सचिव द्वारा बताया गया कि 30% राशि यानी कि 90, हजार रुपये एडवांस में विधायक को बतौर कमीशन दे दिए गए, उसके बाद बची हुई रकम 02, लाख 10, हज़ार रुपये में सचिव अनिल मिश्रा द्वारा मिट्टी मुरूम गिरा कर सड़क बनाने के नाम पर लीपापोती की, और आधी सड़क का निर्माण कार्य करा कर उसको अधूरा छोड़ दिया गया, जिसकी बजह से वंहा रह रहे लोगों को वर्षांत मे जल भराव की समस्या से जूझना पड़ रहा है, यही हाल रहा तो वारिश मे लोगों के घर भी धराशाई हों जाएंगे, ऐसे में सड़क की सुविधा कम देखी जा रही है, बल्कि लोगों के सामने मुसीबतों का पहाड़ टूट रहा है.
विधायक निधि के पैसे को शोकपिट बनाने में किया गया खर्च,
आप को बता दें कि ग्राम पंचायत बरसैता में 10, शोकपिट बनाये जाने थे जिसके लिए बाकायदा 01, लाख 47, हजार रुपये का बिल तैयार किया गया और पूरे पैसे भी निकाल लिए गए, लेकिन शोकपीट के लिए ईंट खरीदी गई जिसकी कीमत 22, हज़ार रुपये है, इस ईंट का भुगतान सड़क निर्माण के लिए आए पैसे से किया गया, तथा 04 घन्टे जेसीबी से शोकपिट के गड्ढे की खुदाई की गई, इसकी कीमत 6000, तथा 18, बोरी सीमेंट की खरीदी की गई, जिसकी कीमत लगभग 6000, और 22, गाड़ी सोलिंग खरीदे गए जिसकी कीमत 22,000, और लेबर पेमेंट तकरीबन 9500, रुपये, इसी तरह से शोकपिट निर्माण मे इस्तेमाल किया जाने वाला डस्ट और रेत, सड़क निर्माण के लिए मंगाया गया था वहीं बचा हुआ था तो इसे इस्तेमाल किया गया, जिसमें से ईंट और सोलिंग का 44000, रुपये का भुगतान ठेकेदार को विधायक निधि से सड़क निर्माण के लिए आए पैसे से किया गया, जिसकी बजह से अब सड़क निर्माण मे पैसे की समस्या आ रही है, इसी तरह से बचे 6000, हज़ार JCB और 6000, सीमेंट का पैसा अभी भी उधार है, साथ ही 9500, रुपये लेबर पेमेंट का भुगतान भी अभी नहीं किया गया, मजे की बात य़ह है कि सचिव अनिल मिश्रा द्वारा पैसा पूरा निकाल लिया गया है, इसके बाद भी 10, मे से मात्र 05, शोकपिट ही बनाए गए है, वो भी अधूरे है,और अब सरपंच से गाय का मूड गधा में साजने के लिए दबाव व आरज़ू मिन्नत कर रहा है, लेकिन सरपंच का साफ कहना है कि पहले कराए गए कार्यो का हिसाब दो उसके बाद ही आगे का कार्य होगा, लेकिन बेईमान सचिव हिसाब देने मे आनाकानी कर रहा है, जिसकी बजह से अधूरे पड़े कार्य भी नहीं हो पा रहे है.