मैहर देवी जी धाम में विश्व विख्यात मन्दिर है, लेकिन आज इस मंदिर को बदनाम करने में शारदा प्रबन्धक समिति के जिम्मेवार कोई कोर कसर नही छोड़ रहे, यहां पर आपको बताना जरूरी होगा कि आने वाले भक्तो की सुबिधा हेतु दामोदर रोपवे का संचालन किया गया उक्त रोपवे का उद्देश्य सेवा भाव था लेकिन शारदा प्रबन्धक समिति के जिम्मेवारो की मिलीभगत से नियम विरुद्ध तरीके से रोपवे की टिकट का दाम शुरुआती समय से ही बढ़ाया जाने लगा, शुरुआती समय पर जब रोपवे चालू हुआ तब से शारदा प्रबन्धक समिति के कुछ विश्वासघातियों की मिलीभगत से रोपवे प्रबन्धक मनमानी करता चला आ रहा है! हालांकि मन्दिर के पूर्व प्रशासक विनय कुमार जैन ने कई बार रोपवे के बढ़ते किराया को लेकर आपत्ति की किन्तु जैन साहब की आपत्ति का कोई असर रोपवे प्रबन्धक पर नही हुआ और किराया बढ़ता गया आगे चलकर जब जैन साहब का तबादला हो गया, तो समिति के ओएस व उपयंत्री ने प्रशासक को गुमराह कर रोपवे के पक्ष में हर समय किराया बढ़ाते गए मामला यही पर समाप्त नही हुआ, जब रोपवे की मनमानी पर रोक लगाने हेतु समिति में पदस्थ उपयंत्री व ओएस की जांच टीम बनाई गई तो साहब लोगो की दुकान सज गई फिर क्या था रोपवे के ही पक्ष में जांच तैयार कर सौप दी अभी हाल में ही सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक रोपवे का अनुबन्ध बढ़ा दिया गया अगर यह सत्य है तो अनुबन्ध विधि विरुद्ध है क्योंकि अगर रोपवे का अनुबन्ध करना था तो अन्य कम्पनी को भी मौका देना चाहिए किन्तु समिति ने बिना निविदा निकाले ही अनुबन्ध कर दिया,अगर निविदा निकली है तो पुनः सबके सामने लाए ।दामोदर रोपवे के मनमाने रवैया का सबसे बड़ा जिम्मेवार शारदा प्रबन्धक समिति के ओएस व उपयंत्री है,इन जिम्मेदारों ने मिल कर समिति को खूब चूना लगाया है,ऐसे आरोप लगाकर लगते आए है,अभी हाल में कांग्रेस ने बढ़ते किराए को लेकर मोर्चा खोला है|