“क्या आप जानते हैं, आज भारत की धरती पर कुछ ऐसे मेहमान हैं, जिन्हें अब मेहमान नहीं बल्कि कानून का फरमान कहा जा रहा है? हां, आज वो दिन है, जब भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को हर हाल में ये देश छोड़ना होगा! वरना उनके खिलाफ होगा ऐसा एक्शन, जिसकी गूंज दोनों देशों के रिश्तों में गहरी दरार डाल सकती है। पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने लिया है अब तक का सबसे बड़ा और निर्णायक कदम… आइए जानते हैं पूरी कहानी!”
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस नृशंस घटना के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। भारत में रह रहे सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिए गए हैं। अब इन नागरिकों को 27 अप्रैल तक भारत छोड़ना अनिवार्य कर दिया गया है। राजधानी भोपाल में भी तीन पाकिस्तानी नागरिक मौजूद हैं, जिन्हें आज ही अपने वतन लौटने का नोटिस दिया गया है। पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र के अनुसार, ये तीनों शॉर्ट टर्म वीजा पर भारत आए थे। अब इन्हें भी तय समय सीमा के भीतर देश छोड़ने के लिए बाध्य किया गया है।
पुलिस प्रशासन ने साफ कर दिया है कि अगर कोई पाकिस्तानी नागरिक इस आदेश का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। मेडिकल वीजा पर आए नागरिकों को 29 अप्रैल तक का समय दिया गया है, इसके बाद उनके वीजा भी स्वतः रद्द हो जाएंगे। पूरे मध्यप्रदेश में लगभग 228 पाकिस्तानी नागरिक निवास कर रहे हैं, जिन सभी को तय समय सीमा में भारत छोड़ना होगा। पुलिस की टीमें लगातार छानबीन कर रही हैं कि कहीं कोई और पाकिस्तानी नागरिक छुपकर तो नहीं रह रहा। सरकार का यह एक्शन देश की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए लिया गया है, जो आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति को दर्शाता है।
पहलगाम हमले के विरोध में भोपाल चेंबर ऑफ कॉमर्स के आव्हान पर राजधानी में दोपहर दो बजे तक पूर्णतः स्वैच्छिक बंद रहा। हजारों दुकानों ने स्वतः ही अपने शटर गिरा दिए, जिससे अनुमानतः ढाई से तीन करोड़ रुपये का व्यापार प्रभावित हुआ। न्यू मार्केट की 1300 से अधिक दुकानें बंद रहीं, जबकि एमपी नगर, कोलार, हनुमानगंज और जुमेराती क्षेत्रों में भी बंद का व्यापक असर दिखा। व्यापारिक संगठनों ने सड़कों पर उतरकर आतंकवाद के खिलाफ कड़ा प्रदर्शन किया और देशभक्ति के जज्बे से आतंकियों को कड़ी सजा देने की मांग की।
व्यापारिक संगठनों ने श्रद्धांजलि सभाओं का भी आयोजन किया, जहां दिवंगतों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। राजधानी वस्त्र व्यवसायी संघ के अध्यक्ष श्यामबाबू अग्रवाल, सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेश अग्रवाल, और भोपाल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के वरिष्ठ पदाधिकारियों सहित 13 से अधिक संगठनों ने इसमें भाग लिया। श्रद्धांजलि सभा में तेजकुलपाल सिंह पाली, हरीश ज्ञानचंदानी, अरविंद जैन सुपारी, सुनील सिंघई, प्रदीप अग्रवाल और कृष्ण कुमार बांगड़ जैसे अनेक सम्माननीय लोग उपस्थित रहे। इस मौके पर भारत की अखंडता और सुरक्षा के लिए एकजुट रहने का संकल्प भी लिया गया।
भारत ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि जब बात राष्ट्रीय सुरक्षा की हो, तो किसी भी तरह की नरमी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पहलगाम हमले के शहीदों की शहादत को सलाम करते हुए देशभर में एक भावनात्मक माहौल बन गया है। पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने का आदेश न केवल एक प्रशासनिक कदम है, बल्कि यह उन सभी के लिए एक संदेश भी है जो आतंकवाद के समर्थन में खड़े हैं। अब भारत चुप नहीं बैठेगा, भारत जवाब देगा — मजबूती से, निर्णायक तरीके से। देशवासियों का यही संकल्प आज भारत को अजेय बना रहा है।






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