शोरगुल से गूंजती स्क्रीनिंग हॉल, हल्की रोशनी और पर्दे पर चमकती ‘केसरी 2’ की झलकियाँ — लेकिन अगले ही पल माहौल में एक गहरी गंभीरता छा जाती है। अक्षय कुमार माइक संभालते हैं, उनकी आवाज़ में भरा दर्द, गुस्सा और देशभक्ति का ज्वार एक साथ फूट पड़ता है। हर किसी की धड़कन तेज हो जाती है जब अक्षय अचानक आतंकवाद पर तीखा वार करते हैं, और उनके एक इशारे पर पूरी महफिल एक साथ दहाड़ उठती है। यह सिर्फ एक फिल्मी पल नहीं था, बल्कि एक ऐसे जज़्बे का इज़हार था, जो आज भी हमारे दिलों में सुलग रहा है।
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। निर्दोष पर्यटकों पर हुए इस हमले ने न सिर्फ आम नागरिकों, बल्कि देश की तमाम हस्तियों को भी आक्रोशित कर दिया। बॉलीवुड सुपरस्टार अक्षय कुमार, जो हमेशा से अपने देशप्रेम के लिए जाने जाते हैं, ने ‘केसरी 2’ की स्क्रीनिंग के मौके पर इस हमले पर अपनी भावनाएँ खुलकर रखीं। उनके साथ मंच पर मौजूद थे फिल्म के सह-कलाकार आर. माधवन और निर्देशक क्रिश राव। और फिर वही हुआ जो शायद किसी ने नहीं सोचा था — अक्षय ने मंच से सीधा आतंकवादियों को ललकार दिया, और पूरा हॉल एक साथ गूंज उठा।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में अक्षय कुमार कहते नजर आते हैं, “बदकिस्मती से आज भी हमारे दिलों में वो गुस्सा ताजा है… आप सब जानते हैं मैं किसकी बात कर रहा हूं।” इसके बाद जब अक्षय माइक ऑडियंस की ओर बढ़ाते हैं, तो दर्शकों की भीड़ एक साथ गरजती है — “F**k यू!”। यह वही संवाद है जो ‘केसरी 2’ के कोर्ट सीन में अक्षय का किरदार आतंकियों को संबोधित करते हुए बोलता है। यह दृश्य बताता है कि किस तरह एक फिल्म कभी-कभी लोगों के दिलों की आवाज़ बन जाती है — और जब बात देश की अस्मिता पर हमला हो, तो पूरा देश एक सुर में जवाब देता है।
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं था जब अक्षय कुमार ने पहलगाम हमले पर प्रतिक्रिया दी हो। इससे पहले भी उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर दुख और आक्रोश व्यक्त करते हुए लिखा था, “पहलगाम में टूरिस्ट पर हुए आतंकी हमले की खबर सुनकर स्तब्ध हूं। इस तरह से बेगुनाहों की हत्या करना सरासर पाप है। उनके परिवारों के लिए प्रार्थना करता हूं।” अक्षय का यह भाव सिर्फ एक अभिनेता का नहीं, बल्कि एक जिम्मेदार नागरिक का था, जो देश के हर दर्द को अपना समझता है।
‘केसरी 2’ कोई साधारण फिल्म नहीं है। रघु पालत और पुष्पा पालत की किताब ‘The Case That Shook the Empire’ पर आधारित इस फिल्म में अक्षय कुमार सी. शंकरन नायर की भूमिका निभाते हैं — वह वकील जिन्होंने जलियांवाला बाग हत्याकांड के खिलाफ ब्रिटिश सरकार को अदालत के कटघरे में खड़ा किया था। फिल्म का संदेश स्पष्ट है: जब अन्याय चरम पर हो, तब भी सत्य और साहस से लड़ाई लड़ी जा सकती है। पहलगाम हमले के संदर्भ में अक्षय का आक्रोश और फिल्म का संदेश दोनों मिलकर एक बड़ी बात कहते हैं — देश के सम्मान के लिए लड़ाई अभी बाकी है।






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