जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई थी। इस हमले के बाद से सरकार और सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी है। अब तक, छह आतंकवादियों के घरों को पूरी तरह से ध्वस्त किया जा चुका है। सुरक्षाबलों ने आईईडी ब्लास्ट के जरिए इन आतंकियों के ठिकानों को मिट्टी में मिला दिया। इस खबर में जानिए कैसे सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है और कौन-कौन से आतंकी इसके शिकार हुए हैं।
पहलगाम हमले के बाद सुरक्षा बलों का ऑपरेशन लगातार जारी है। घाटी में सक्रिय आतंकवादियों के घरों को सुरक्षा बलों ने तबाह कर दिया है। एक ओर बड़ी कार्रवाई में पुलवामा में लश्कर के आतंकी एहसान अहमद शेख का दो मंजिला घर आईईडी से उड़ा दिया गया, जो जून 2023 से सक्रिय था। इसके बाद शोपियां के चोटीपोरा इलाके में शाहिद अहमद का घर भी विस्फोट से ध्वस्त कर दिया गया, जो लश्कर में 2 साल पहले शामिल हुआ था। अब तक, इन हमलों के बाद 48 घंटों के भीतर छह आतंकवादियों के घरों को उड़ा दिया गया है।
सुरक्षाबलों ने 25 अप्रैल की रात को कुलगाम के क्विमोह इलाके में एक और बड़ा ऑपरेशन किया। यहां ज़ाकिर गनी का तीसरा घर ध्वस्त कर दिया गया, जो 2023 में लश्कर में शामिल हुआ था। इसके बाद बिजबेहरा में आदिल थोकर के घर को आईईडी से उड़ा दिया गया। आदिल थोकर का नाम पहलगाम हमले में शामिल स्थानीय आतंकवादी के रूप में सामने आया था। इस आतंकवादी पर आरोप है कि उसने पाकिस्तान में आतंकवादियों से प्रशिक्षण लिया था और बाद में इस हमले की योजना बनाई।
आदिल हुसैन थोकर, जिसे आदिल गुरी के नाम से भी जाना जाता है, पर आरोप है कि उसने 22 अप्रैल को बैसरन घाटी में हुए हमले की योजना बनाई थी और इस योजना को अंजाम देने में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों से मदद ली थी। कुछ गवाहों ने बताया कि हमले के दौरान आतंकी आपस में पश्तून भाषा में बात कर रहे थे, जो पाकिस्तान से जुड़े आतंकियों का संकेत था। टीआरएफ (द रेजिस्टेंस फ्रंट) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी, लेकिन इसके पीछे लश्कर-ए-तैयबा का हाथ था।
आदिल थोकर ने 2018 में पाकिस्तान का दौरा किया था, जहां उसने आतंकवादियों के प्रशिक्षण कैंप में आतंकवादी गतिविधियों की ट्रेनिंग ली थी। एक बार फिर, सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। इसके अलावा, त्राल में आतंकवादी आसिफ शेख का घर भी जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बुलडोजर से गिरा दिया था। इन दोनों स्थानीय आतंकवादियों का नाम भी पहलगाम हमले में शामिल था, और इनकी पहचान बिजबेहरा के आदिल हुसैन थोकर और त्राल के आसिफ शेख के रूप में हुई है।






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