क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि एक छोटा-सा गांव, कल तक जो गुमनाम था, अब देश के सबसे बड़े टेक्सटाइल क्रांति का केंद्र बनने जा रहा है? मध्य प्रदेश का धार ज़िला अब सिर्फ नक्शे पर एक जगह नहीं, बल्कि भारत के भविष्य के टेक्सटाइल उद्योग की धड़कन बनने वाला है। जी हां, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी ‘पीएम मित्रा योजना’ के तहत धार के भैंसोला गांव में बनने जा रहे मेगा टेक्सटाइल पार्क को केंद्र सरकार ने 2100 करोड़ रुपये की बड़ी सौगात दी है। लेकिन यह सिर्फ एक औद्योगिक पार्क नहीं, बल्कि उम्मीदों, अवसरों और आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ता एक बड़ा कदम है।
PM Mitra Park योजना देशभर में सात स्थानों पर टेक्सटाइल पार्कों की स्थापना की केंद्र सरकार की एक दूरदर्शी पहल है। इन सात में से धार का चयन सिर्फ एक भूगोलिक स्थिति नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश के औद्योगिक भविष्य को पहचान देने वाला निर्णय है। लगभग 1563 एकड़ में बनने वाला यह पार्क ‘जीरो लिक्विड डिस्चार्ज’ मॉडल पर आधारित होगा, जिसमें 20 MLD का वेस्ट वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जाएगा, जिससे न तो पानी बर्बाद होगा और न ही प्रदूषण फैलेगा। यह भारत का पहला टेक्सटाइल पार्क होगा जहां “प्लग एंड प्ले” यूनिट्स की सुविधा के साथ श्रमिकों के आवास, ऊर्जा के लिए सोलर पावर प्लांट और सभी आधारभूत सुविधाएं एक ही जगह पर उपलब्ध होंगी।
इस पार्क की शुरुआत से पहले ही 10,000 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव आ चुके हैं। यह दिखाता है कि उद्योग जगत इस परियोजना को कितनी गंभीरता से ले रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस पहल के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह न केवल प्रदेश के आर्थिक परिदृश्य को बदलेगा, बल्कि लाखों युवाओं के लिए रोजगार के नए रास्ते खोलेगा। उद्योगपतियों को यहां न केवल जमीन आवंटन की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी, बल्कि तैयार सुविधाएं मिलने से उन्हें उत्पादन में देरी नहीं होगी। यह पार्क ‘विकास और पर्यावरण’ के संतुलन की एक मिसाल बनेगा।






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