मध्यप्रदेश समेत देशभर में मार्च के अंत से ही तापमान ने तेज़ी से चढ़ना शुरू कर दिया है। भारतीय मौसम विभाग ने इस बार भीषण गर्मी (Heatwave) की चेतावनी जारी की है। ऐसे हालातों में आम जनता को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की ज़रूरत है, क्योंकि गर्मी के मौसम में लू, डिहाइड्रेशन, सनबर्न और हीट स्ट्रोक जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। The Khabardar News की पहल के तहत आज हम आपको बता रहे हैं कुछ बेहद जरूरी और असरदार टिप्स, जो न सिर्फ आपकी सेहत की रक्षा करेंगे, बल्कि आपको गर्मी में फिट और एनर्जेटिक भी बनाए रखेंगे।
गर्मी के मौसम में सबसे पहला ध्यान हमें अपनी दिनचर्या और पहनावे पर देना चाहिए। कोशिश करें कि जब भी घर से बाहर निकलें, हल्के, ढीले और सूती कपड़े पहनें, जो शरीर को हवा लगने दें और पसीना सोख लें। गहरे और टाइट कपड़े पहनने से शरीर गर्मी को और ज्यादा सोखता है, जिससे स्किन रैशेज और हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। बाहर निकलते समय टोपी, छाता और सनस्क्रीन का इस्तेमाल ज़रूर करें। ये छोटे उपाय आपको बड़ी परेशानियों से बचा सकते हैं।
दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक का समय बेहद संवेदनशील होता है। इस दौरान सीधी धूप में निकलना स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। यदि अत्यावश्यक ना हो, तो इस समय बाहर निकलने से बचें। बाहर निकलते समय पानी की बोतल साथ रखें और हल्का लेकिन पोषणयुक्त भोजन ही लें। घर लौटने पर तुरंत कूलर या एसी के सामने बैठने की बजाय शरीर का तापमान सामान्य होने दें। ठंडे पानी से स्नान करने से भी काफी राहत मिलती है, लेकिन यह भी बाहर से आने के 15–20 मिनट बाद ही करें।
डिहाइड्रेशन से बचाव गर्मी में सबसे अहम है। रोजाना कम से कम चार से पांच लीटर पानी पीने की आदत बनाएं। इसके साथ ही नींबू पानी, लस्सी, छाछ जैसे पारंपरिक भारतीय पेय भी शरीर को ठंडक पहुंचाते हैं और इलेक्ट्रोलाइट्स की पूर्ति करते हैं। ताजे फल—जैसे तरबूज, खीरा, ककड़ी, संतरा—का सेवन बढ़ाएं। ये फलों में पानी की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर को हाइड्रेटेड रखते हैं और थकान को भी दूर करते हैं।
भीषण गर्मी में पेट का ख्याल रखना भी बेहद ज़रूरी है। तला-भुना और मसालेदार भोजन जितना हो सके, टालें। इसकी बजाय अपने भोजन में हरी पत्तेदार सब्जियां, सलाद, दही और मौसमी फल शामिल करें। गर्मियों में हल्का और सुपाच्य भोजन शरीर को राहत देता है और पाचन को बेहतर बनाए रखता है।






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