भीड़ के सैलाब में जब कोई एक चेहरा लोगों के दिल में जगह बना ले, तो वो आम नहीं रह जाता। ऐसा ही कुछ हुआ था महाकुंभ में एक साधारण सी दिखने वाली लड़की के साथ, जिसे अब हर कोई “Viral Girl Monalisa” के नाम से जानता है। लेकिन हाल ही में वायरल हुए एक वीडियो ने सबको चौंका दिया है। मोनालिसा, जिनकी सादगी लोगों का दिल जीत चुकी थी, अब एक ग्लैमरस मेकओवर के साथ सामने आई हैं। वीडियो देखकर लोग पूछने लगे—”क्या ये वही मोनालिसा है?” उनकी पहचान, उनकी मासूमियत, उनका भोला चेहरा—अब सब कुछ बदल चुका है।
वीडियो में मोनालिसा एक प्रोफेशनल सेटअप में बैठी नजर आ रही हैं, जहां तीन लोग मिलकर उनका मेकअप कर रहे हैं। उनका चेहरा इतना ज्यादा फाउंडेशन से ढका गया है कि वो एकदम अलग दिखने लगी हैं। बालों को कर्ल किया गया है और पारंपरिक लहंगे में उनका रूप मानो किसी फिल्मी हिरोइन से कम नहीं लग रहा। वीडियो में उनके चेहरे के हर एंगल को कैप्चर किया गया है और कुछ ही घंटों में यह वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गया। लेकिन यह सिर्फ एक मेकओवर नहीं, बल्कि एक बहस की शुरुआत भी बन गया है—खूबसूरती की परिभाषा क्या है?
एक तरफ जहां फैंस इस नए अवतार की तारीफ करते नहीं थक रहे—”बेहद सुंदर लग रही हो”, “फिल्मों के लिए परफेक्ट फेस”—वहीं दूसरी तरफ कुछ फैंस को ये बदलाव खटक रहा है। एक फैन ने कमेंट किया, “दुनिया अपनी कमियाँ छुपाती है, ये तो अपनी खूबसूरती ही छिपा रही है!” वहीं किसी ने लिखा, “मेकअप कितना भी कर लो, पहचान वही रहोगी जो महाकुंभ में थी।” यह स्पष्ट है कि लोग मोनालिसा की मौलिकता से जुड़े रहना चाहते हैं, उनके उसी पुराने रूप से जिसकी वजह से वो दिलों में बसीं।
मोनालिसा अब सोशल मीडिया सेंसेशन बन चुकी हैं। हर दिन उनकी नई-नई रील्स और वीडियो सामने आती हैं, जिनमें से कुछ असली होती हैं तो कुछ एडिटेड या फेक। इस बार का वीडियो असली है लेकिन फैंस के मन में सवाल खड़े कर रहा है—क्या वायरल होने के बाद इंसान को अपनी असलियत छोड़नी पड़ती है? क्या समाज की अपेक्षाएं इतनी बड़ी होती हैं कि पहचान को बदलना जरूरी हो जाता है?






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