क्या आप सोच सकते हैं कि हज़ारों युवा जब एक जगह इकट्ठा हों, आंखों में उम्मीद और हाथ में दस्तावेज़ लिए, और उसी दिन उन्हें मिल जाए वो सपना जो वो सालों से देख रहे हैं? मुंबई के कांदिवली इलाके में कुछ ऐसा ही नज़ारा देखने को मिला। भूराभाई ग्राउंड में जैसे ऊर्जा का विस्फोट हुआ—जहां एक तरफ युवाओं की भीड़ थी, वहीं दूसरी ओर कंपनियों के प्रतिनिधि, जिन्हें देश के निर्माण में नई ताकत की तलाश थी। कोई लाइन में खड़ा था, तो कोई इंटरव्यू राउंड पार कर रहा था, और किसी के चेहरे पर मुस्कान बता रही थी कि उन्हें वही मिला, जिसका वो महीनों से इंतज़ार कर रहे थे—एक नौकरी।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय रोजगार मेले के तीसरे संस्करण में इस बार करीब 3 हज़ार युवाओं ने रजिस्ट्रेशन कराया। आयोजन में 60 से अधिक कंपनियों और 6 महामंडलों ने भाग लिया, जो विभिन्न सेक्टर जैसे आईटी, फाइनेंस, हेल्थकेयर, रिटेल, और इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े थे। खास बात यह रही कि 1 हज़ार से अधिक युवाओं को मौके पर ही नौकरी दे दी गई। आयोजन के मुख्य अतिथि केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री और उत्तर मुंबई के सांसद पीयूष गोयल ने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि इस वर्ष उत्तर मुंबई के 1 लाख युवाओं को रोजगार मिले। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘सबका साथ, सबका विकास’ विजन को आगे बढ़ाते हुए हम यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी युवा बेरोजगार न रहे।”
मेले में शामिल युवा सिर्फ नौकरी पाने नहीं, बल्कि नई संभावनाओं की तलाश में आए थे। कई युवाओं ने बताया कि उन्हें कभी उम्मीद नहीं थी कि इतने बड़े स्तर पर कोई मेला होगा, जहां इतने अवसर मिलेंगे। एक प्रतिभागी ने कहा, “मैं दो साल से नौकरी की तलाश में था, और आज मुझे मेरी पहली नौकरी मिली। यह मेरे जीवन का सबसे बड़ा दिन है।” कुछ युवाओं ने इस मौके को “जीवन बदलने वाला” करार दिया। इसके अलावा, जॉब इंटरव्यू के अलावा स्किल अपग्रेडेशन और करियर काउंसलिंग जैसी सुविधाएं भी इस मेले में उपलब्ध थीं, जिससे युवाओं को अपनी दिशा चुनने में सहायता मिली।
पीयूष गोयल ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा, “आज का भारत युवाओं की ऊर्जा से आगे बढ़ रहा है। मैंने आज जिस आत्मविश्वास को देखा, वो भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सबसे बड़ी ताकत है।” उन्होंने ऐलान किया कि अब कांदिवली के स्किल डेवलपमेंट सेंटर में हर महीने रोजगार मेला आयोजित किया जाएगा। साथ ही, ठाकुर कॉम्प्लेक्स में जल्द ही तीसरा स्किल सेंटर भी शुरू किया जाएगा। यह पहल स्थानीय युवाओं को बिना किसी एजेंसी या दलाल के सीधे नौकरी दिलाने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।
कार्यक्रम में मौजूद एक युवा ने बताया कि वह हाल ही में हुए स्टार्टअप महाकुंभ में पीयूष गोयल के भाषण से प्रभावित हुआ, जहां मंत्री ने युवाओं को सेमीकंडक्टर, रोबोटिक्स और टेक्नोलॉजी जैसे हाईटेक सेक्टर में करियर बनाने की प्रेरणा दी थी। इस दौरान पीयूष गोयल ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि “पूर्ववर्ती सरकारें आतंकवाद रोकने में विफल रहीं, लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व में आतंक का जड़ से सफाया किया गया।” इस भाषण ने युवाओं को न सिर्फ रोजगार की राह दिखाई बल्कि राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में भागीदार बनने की प्रेरणा भी दी।