क्या हो अगर समय की रेत में दबे ‘लम्हे’ फिर से जिंदा हो जाएं? क्या हो अगर एक ऐसी फिल्म, जिसने अपने दौर में रोमांस और भावनाओं का नया परचम लहराया था, दोबारा बड़े पर्दे पर लौटे? जी हां, श्रीदेवी की आइकॉनिक फिल्म ‘लम्हे’ एक बार फिर सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है! इस खबर ने उनके चाहने वालों को एक बार फिर उन यादों में डुबो दिया है, जब वह अपनी खूबसूरती और दमदार अभिनय से दर्शकों के दिलों पर राज करती थीं।
श्रीदेवी… सिर्फ एक नाम नहीं, भारतीय सिनेमा की सबसे बड़ी और बेहतरीन अदाकाराओं में से एक! उनकी फिल्मों में सिर्फ अभिनय नहीं था, बल्कि एक जादू था, एक अहसास था, जो हर दर्शक को उनके किरदार से जोड़ देता था। उनकी 1991 में आई फिल्म ‘लम्हे’ भी कुछ ऐसा ही जादू लेकर आई थी। अब 34 साल बाद, यह फिल्म दोबारा थिएटर में धमाल मचाने को तैयार है। अनिल कपूर, जो इस फिल्म में उनके साथ मुख्य भूमिका में थे, ने खुद इस बात की घोषणा की है।
21 मार्च को ‘लम्हे’ को फिर से बड़े पर्दे पर देखने का मौका मिलेगा। अनिल कपूर ने सोशल मीडिया पर फिल्म का पोस्टर शेयर करते हुए लिखा, “तब भी टाइमलेस थी, अभी भी टाइमलेस है!” सच ही कहा, श्रीदेवी जैसी अदाकारा न कभी पुरानी हुईं, न कभी होंगी।
यह सिर्फ एक फिल्म नहीं थी, बल्कि इमोशन्स, प्यार और खूबसूरत संगीत का एक ऐसा संगम था, जिसने लाखों दिलों पर अपनी छाप छोड़ी। यश चोपड़ा के निर्देशन में बनी इस फिल्म में संगीत भी उतना ही दमदार था। ‘मोरनी बागा मा बोले’, ‘मेरी बिंदिया तेरी निंदिया’, ‘गुड़िया रानी’ और ‘मेघा रे मेघा’ जैसे गाने आज भी सुनने पर पुराने दिनों की याद दिला देते हैं। यह गाने तब भी सुपरहिट थे और आज भी उतने ही मधुर लगते हैं।
‘लम्हे’ की कहानी ही इसे खास बनाती है। इसमें श्रीदेवी ने डबल रोल निभाया था – मां और बेटी दोनों का। वहीं, अनिल कपूर इस फिल्म में वीरेन के किरदार में नजर आए थे। वहीदा रहमान, अनुपम खेर, दीपक मल्होत्रा और डिप्पी सागू जैसे दिग्गज कलाकारों ने फिल्म में चार चांद लगा दिए थे। इस फिल्म की खासियत इसकी अलग सोच और हटकर लव स्टोरी थी, जो बॉलीवुड में कम ही देखने को मिलती है।
अब सवाल यह उठता है कि क्या 34 साल बाद भी ‘लम्हे’ वही जादू चला पाएगी, जो उसने 90 के दशक में किया था? क्या नई पीढ़ी भी इस फिल्म को उसी तरह प्यार देगी, जिस तरह उनके माता-पिता ने दिया था?