नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) की भारतीय मूल की एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स एक बार फिर सुर्खियों में हैं। 9 महीनों तक अंतरिक्ष में रहने के बाद वह सुरक्षित धरती पर लौट आई हैं, जिससे न सिर्फ अमेरिका बल्कि भारत में भी जश्न का माहौल है। बुधवार तड़के 03:27 बजे (भारतीय समय) पर वह फ्लोरिडा के तल्हासी तट पर स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान के जरिए सफलतापूर्वक उतरीं। इस मिशन में उनके साथ नासा के निक हेग, बुच विल्मोर और रोस्कोस्मोस के अलेक्जेंडर गोरबुनोव भी थे। स्पेसएक्स रिकवरी जहाज पर सवार टीमों ने अंतरिक्ष यान को बरामद कर लिया, जिसके बाद सभी अंतरिक्ष यात्रियों की स्वास्थ्य जांच की गई।
अंतरिक्ष से भी जुड़ा था भारत! कुंभ मेले की भेजी तस्वीर
सुनीता विलियम्स भले ही लाखों किलोमीटर दूर अंतरिक्ष में थीं, लेकिन उनका जुड़ाव धरती से बिल्कुल कम नहीं हुआ था। खास बात यह है कि अंतरिक्ष से भी वह भारत के महाकुंभ मेले से जुड़ी रहीं! इस रहस्योद्घाटन को लेकर उनकी भाभी फाल्गुनी पांड्या ने एक बड़ा खुलासा किया। उन्होंने बताया कि जब वह प्रयागराज के महाकुंभ मेले में जाने की तैयारी कर रही थीं, तब उन्होंने सुनीता से पूछा कि क्या अंतरिक्ष से कुंभ दिख रहा है? जवाब में सुनीता ने सीधे अंतरिक्ष से महाकुंभ की तस्वीर भेज दी। यह तस्वीर अब सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बनी हुई है, क्योंकि यह दिखाता है कि अंतरिक्ष से भी भारत की पवित्र परंपराएं कितनी भव्य और महत्वपूर्ण लगती हैं।
जल्द भारत आएंगी सुनीता, परिवार कर रहा तैयारी
सुनीता विलियम्स का भारत से गहरा नाता रहा है, और उनकी इस बार की यात्रा को लेकर उनके परिवार वाले भी उत्साहित हैं। उनकी भाभी फाल्गुनी पांड्या ने एक इंटरव्यू में बताया कि सुनीता जल्द ही भारत आने वाली हैं। हालांकि अभी उनकी यात्रा की सटीक तारीख तय नहीं हुई है, लेकिन परिवार को उम्मीद है कि वह इस साल के अंत तक भारत आ सकती हैं। सुनीता की यह यात्रा न केवल उनके प्रशंसकों के लिए खास होगी, बल्कि भारत-अमेरिका के अंतरिक्ष सहयोग को भी और मजबूत करेगी।
अंतरिक्ष मिशन की सफलता, नासा की प्रेस विज्ञप्ति में पुष्टि
नासा ने अपनी आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में पुष्टि की कि यह मिशन पूरी तरह से सफल रहा। स्पेसएक्स क्रू-9 मिशन, जिसमें सुनीता विलियम्स शामिल थीं, ने तय किए गए सभी वैज्ञानिक और तकनीकी उद्देश्यों को पूरा किया। इस दौरान उन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर कई महत्वपूर्ण प्रयोग किए और अंतरिक्ष विज्ञान को आगे बढ़ाने में अहम योगदान दिया। नासा के अधिकारियों ने भी इस मिशन को लेकर प्रसन्नता जाहिर की और सुनीता सहित पूरे दल को अंतरिक्ष में उत्कृष्ट कार्य के लिए सराहा।
अंतरिक्ष में महिलाओं की भागीदारी को मजबूत करती सुनीता विलियम्स
सुनीता विलियम्स केवल एक एस्ट्रोनॉट ही नहीं, बल्कि अंतरिक्ष में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी का भी प्रतीक हैं। उन्होंने अपने करियर में कई बार अंतरिक्ष में रिकॉर्ड बनाए और नए आयाम स्थापित किए हैं। उनकी उपलब्धियां भारत की बेटियों और युवा वैज्ञानिकों के लिए एक प्रेरणा स्रोत हैं। आने वाले समय में, उनकी भारत यात्रा को लेकर वैज्ञानिकों, छात्रों और अंतरिक्ष प्रेमियों में भी काफी उत्सुकता बनी हुई है। क्या वह भारत में अपने अनुभव साझा करेंगी? क्या उनकी अगली उड़ान में कोई भारतीय सहयोगी भी होगा? यह सब देखना दिलचस्प होगा!