दुनिया भर में विभिन्न धर्मों की मान्यताएं और परंपराएं देखने को मिलती हैं, लेकिन ब्राजील के ‘सनराइज वैली’ या ‘वैली ऑफ डॉन’ धर्म की मान्यताएं बेहद अनोखी और रहस्यमयी हैं। यह धर्म न सिर्फ अपने आध्यात्मिक अनुष्ठानों बल्कि एलियन्स की पूजा करने की परंपरा के कारण भी चर्चा में रहता है। नेशनल ज्योग्राफिक की रिपोर्ट के अनुसार, इस धर्म के अनुयायियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है और अब तक 8 लाख से अधिक लोग इससे जुड़ चुके हैं। यह धर्म ब्राजील समेत दुनिया के विभिन्न हिस्सों में 600 से अधिक मंदिरों का निर्माण कर चुका है।
ब्रासिलिया का ‘मदर टेंपल’: एक आध्यात्मिक केंद्र
ब्राजील की राजधानी ब्रासिलिया में ‘सनराइज वैली’ का सबसे बड़ा मंदिर ‘मदर टेंपल’ स्थित है। इस मंदिर को देखने पर यह किसी राष्ट्रीय धरोहर या पार्क जैसा प्रतीत होता है, जहां विभिन्न प्रकार की मूर्तियां, स्तंभ और अनूठे धार्मिक प्रतीक मौजूद हैं। लेकिन इस मंदिर का सबसे रहस्यमयी पहलू यह है कि यहां एलियन्स की पूजा की जाती है। अनुयायियों का मानना है कि ये एलियन्स मानव रूपी हैं और उन्होंने ही मानव सभ्यता को आगे बढ़ाने में सहायता की थी। मंदिर के अंदर पिरामिड, अंतरिक्ष यान जैसे दिखने वाले प्रार्थना स्थल और कई अर्धचंद्राकार स्मारक बने हुए हैं, जो इसे दुनिया के अन्य धार्मिक स्थलों से बिल्कुल अलग बनाते हैं।
सनराइज वैली धर्म की मान्यताएं और इतिहास
सनराइज वैली धर्म की मान्यताएं जितनी अनोखी हैं, उतना ही इसका इतिहास भी रहस्यमयी है। इस धर्म को मानने वालों का विश्वास है कि 32,000 साल पहले एलियन्स पृथ्वी पर आए थे और उन्होंने मानव सभ्यता के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका यह भी मानना है कि एलियन्स समय-समय पर पृथ्वी पर आते रहे और उन्होंने कई सभ्यताओं की नींव रखी। इस धर्म के अनुयायी खुद को ‘मीडियम’ कहते हैं और यह मानते हैं कि वे मानव नहीं बल्कि बाहरी ग्रहों से आए प्राणियों के अवतार हैं। इन्हें ‘जैगुआर’ नाम से भी जाना जाता है।
धर्म की स्थापना और नेइवा चावेस जेलाया की रहस्यमयी कहानी
इस अनोखे धर्म की स्थापना 1959 में नेइवा चावेस जेलाया ने की थी, जिन्हें ‘आंट नेइवा’ के नाम से भी जाना जाता है। नेइवा ब्रासिलिया में एक ट्रक ड्राइवर थीं, लेकिन एक दिन उन्हें अलौकिक शक्तियों का एहसास हुआ। उन्होंने दावा किया कि वे बाहरी ग्रहों से आई आत्माओं से संवाद कर सकती हैं। नेइवा का मानना था कि ‘फादर ऑफ व्हाइट एरो’ नाम की एक आत्मा उन्हें निर्देशित कर रही थी और इसी के कारण उन्होंने इस धर्म की स्थापना की।
इस धर्म के अनुयायियों के अनुसार, मीडियम्स विशेष अनुष्ठानों के माध्यम से आत्माओं से संपर्क करते हैं। ये अनुष्ठान मुख्य रूप से दो प्रकार के मीडियम्स द्वारा संपन्न किए जाते हैं:
‘अपारा’ – जो आत्माओं को ग्रहण करता है।
‘इंडॉक्ट्रिनेटर’ – जो आत्माओं को दूसरी दुनिया तक पहुंचने का मार्ग दिखाता है।
धर्म के अनुयायी मानते हैं कि इन अनुष्ठानों के जरिए वे अपने पिछले जन्मों के पापों का प्रायश्चित कर रहे हैं और आत्माओं की मदद कर रहे हैं।
क्यों तेजी से बढ़ रही है इस धर्म की लोकप्रियता?
सनराइज वैली धर्म की रहस्यमयी मान्यताएं और अनुष्ठान इसे दुनिया भर के लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहे हैं। जो लोग पारंपरिक धर्मों से संतुष्ट नहीं थे या अपनी समस्याओं का समाधान नहीं पा रहे थे, वे इस धर्म की ओर रुख कर रहे हैं। अनुयायियों का दावा है कि यह धर्म उन्हें मानसिक शांति और समस्याओं से राहत दिलाता है। हालांकि, ब्राजील के अन्य मुख्यधारा के धर्म, विशेष रूप से कैथोलिक चर्च, इस धर्म को मान्यता नहीं देता और इसके अनुयायियों के साथ मतभेद भी देखे जाते हैं। बावजूद इसके, यह धर्म तेजी से लोकप्रिय हो रहा है, खासकर उन लोगों के बीच जिन्होंने ब्रासिलिया के निर्माण में योगदान दिया, जैसे कि मजदूर और शरणार्थी।
सनराइज वैली की रहस्यमयी दुनिया आज भी अनगिनत सवाल खड़े कर रही है। क्या वास्तव में एलियन्स ने हजारों साल पहले पृथ्वी पर आकर सभ्यताओं की नींव रखी थी? क्या इस धर्म के अनुयायियों का विश्वास केवल एक अंधश्रद्धा है या इसके पीछे कोई गहरी सच्चाई छिपी हुई है? ये सवाल आज भी विज्ञान और धर्म के बीच बहस का विषय बने हुए हैं।