अमृतसर : पंजाब के अमृतसर जिले में अटारी रोड स्थित खंडवाला इलाके के ठाकुरद्वार मंदिर को निशाना बनाते हुए अज्ञात हमलावरों ने एक बम जैसी वस्तु फेंकी, जिससे मंदिर की इमारत को नुकसान हुआ। यह हमला रात के समय दो बाइक सवार युवकों द्वारा किया गया, जिसकी तस्वीरें सीसीटीवी कैमरे में कैद हो चुकी हैं। इस घटना के बाद इलाके में डर और दहशत का माहौल है।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गए। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह हमला अचानक हुआ और धमाके की आवाज दूर तक सुनाई दी। इलाके के पार्षद के बेटे ने भी इसे एक सुनियोजित हमला बताया और लोगों से सतर्क रहने की अपील की। पुलिस ने तुरंत फोरेंसिक टीम को बुलाकर घटनास्थल से सबूत इकट्ठा करने शुरू कर दिए हैं।
आईएसआई का हो सकता है हाथ? पुलिस ने खंगाली सीसीटीवी फुटेज
अमृतसर के पुलिस कमिश्नर जीपीएस भुल्लर ने इस हमले को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उनका कहना है कि हमले की सूचना रात 2 बजे मिली, जिसके बाद पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है और आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस कमिश्नर ने यह भी कहा कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई पंजाब में अशांति फैलाने के लिए युवाओं को भड़काने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, “हम जल्द ही इस मामले की तह तक पहुंच जाएंगे और दोषियों को सख्त सजा दिलाई जाएगी।” इसके साथ ही उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे किसी के बहकावे में न आएं और अपनी जिंदगी बर्बाद न करें।
स्थानीय लोग सहमे, पुलिस को जल्द कार्रवाई की उम्मीद
मंदिर पर हुए इस हमले से खंडवाला इलाके के लोग दहशत में हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि पहली बार इस तरह का हमला हुआ है, जिससे लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। लोगों ने प्रशासन से सख्त सुरक्षा व्यवस्था की मांग की है ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।
इस हमले के बाद पुलिस ने इलाके की सुरक्षा बढ़ा दी है। गश्त बढ़ा दी गई है और संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। मंदिर के आसपास सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने और आने-जाने वाले लोगों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं।
क्या है पुलिस की अगली रणनीति?
पुलिस का कहना है कि वह इस हमले की तह तक जाने के लिए सभी एंगल से जांच कर रही है। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से सबूत जुटा लिए हैं और जल्द ही उनकी रिपोर्ट सामने आएगी। पुलिस के अनुसार, हमलावरों की पहचान करने के लिए टेक्निकल एक्सपर्ट्स की मदद ली जा रही है।
इसके अलावा, पंजाब पुलिस ने राज्य में इस तरह की किसी भी आतंकी गतिविधि से निपटने के लिए अलर्ट जारी कर दिया है। पुलिस का कहना है कि अगर इस घटना में कोई बाहरी संगठन शामिल पाया गया, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सरकार से न्याय की मांग, धार्मिक स्थलों की सुरक्षा पर सवाल
इस घटना के बाद धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं। स्थानीय प्रशासन ने मंदिर प्रबंधन से मुलाकात कर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने का आश्वासन दिया है।
मंदिर प्रशासन और श्रद्धालुओं ने सरकार से दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ने और सख्त सजा देने की मांग की है। लोग चाहते हैं कि धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को और मजबूत किया जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।