मध्य प्रदेश सरकार ने होली और ईद के मद्देनजर खाद्य उत्पादों की शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए व्यापक अभियान शुरू किया है। खाद्य सुरक्षा विभाग ने राज्यभर में मिठाई और डेयरी उत्पादों के सैंपल इकट्ठा कर उन्हें लैब टेस्ट के लिए भेजा है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अगर किसी भी उत्पाद में मिलावट पाई जाती है, तो दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। मिलावटखोरों पर कड़ी नजर रखते हुए, यह अभियान प्रदेशभर के प्रमुख बाजारों में चलाया जा रहा है।
ग्वालियर-उज्जैन में खाद्य सुरक्षा विभाग की बड़ी कार्रवाई
ग्वालियर में कलेक्टर रुचिका चौहान के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा विभाग ने मोहर बाजार सहित प्रमुख मिठाई और डेयरी दुकानों पर छापेमारी की। निरीक्षण के दौरान पाठक मावा भंडार, बालाजी डेयरी प्रोडक्ट, पाल मावा भंडार और सदगुरु मावा भंडार से मावे के सैंपल लिए गए, जिन्हें जांच के लिए लैब भेजा गया है। इसके अलावा, शानौ शौकत शिंदे की छावनी से रसगुल्ले के नमूने भी जांच के लिए एकत्र किए गए हैं। वहीं, उज्जैन में कलेक्टर नीरज कुमार सिंह की निगरानी में लक्ष्मी बेकरी, जैन लस्सी, गोल्डन डेयरी फार्म, लादू रामनिवास मावा भंडार, खंडेलवाल मावा भंडार, आशीष मावा भंडार और न्यू सुंदर डेयरी से दूध और मावे के सैंपल लिए गए हैं। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यह अभियान पूरे त्योहारी सीजन तक जारी रहेगा ताकि बाजार में मिलावटी खाद्य उत्पादों की बिक्री रोकी जा सके।
बालाघाट में सख्ती, मिलावटखोरों पर कसेगा कानून का शिकंजा
बालाघाट में खाद्य सुरक्षा अधिकारी योगेश डोंगरे के नेतृत्व में कई मिठाई दुकानों की गहन जांच की गई और विभिन्न स्थानों से खाद्य पदार्थों के नमूने लिए गए। उन्होंने कहा कि सरकार की सख्त नीति के तहत यह अभियान लगातार जारी रहेगा और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। खाद्य सुरक्षा विभाग ने सभी दुकानदारों और उत्पादकों को चेतावनी दी है कि अगर वे मिलावटी सामान बेचते पाए गए तो उनके खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे।