आज के दौर में हृदय रोग तेजी से बढ़ रहे हैं, और हार्ट अटैक की घटनाओं में बढ़ोतरी देखी जा रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सीने में दर्द और घबराहट हमेशा हार्ट अटैक का संकेत नहीं होते? कई बार यह पैनिक अटैक का भी लक्षण हो सकता है। प्रसिद्ध एनेस्थेसियोलॉजिस्ट डॉ. टेरी ब्लैकबर्न बताते हैं कि हार्ट अटैक और पैनिक अटैक के कुछ लक्षण एक जैसे होते हैं, लेकिन इनके कारण और उपचार पूरी तरह अलग होते हैं। ऐसे में जरूरी है कि हम इन दोनों स्थितियों के बीच सही अंतर समझें और सही समय पर उचित कदम उठाएं।
क्या है हार्ट अटैक?
हार्ट अटैक तब होता है जब दिल की धमनियों में रुकावट के कारण हृदय तक रक्त प्रवाह बाधित हो जाता है। यह एक गंभीर और जानलेवा स्थिति हो सकती है, जिसमें तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता होती है। हार्ट अटैक के लक्षणों में सीने में तेज दर्द, भारीपन, सांस लेने में कठिनाई, अत्यधिक पसीना, उल्टी जैसा महसूस होना और दर्द का कंधे, हाथ या जबड़े तक फैलना शामिल हैं। यदि किसी को ये लक्षण महसूस हों, तो उसे तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
क्या है पैनिक अटैक?
पैनिक अटैक एक मानसिक स्वास्थ्य समस्या है, जो अचानक भय, घबराहट और तनाव के कारण होती है। इस दौरान व्यक्ति को लगता है कि उसे हार्ट अटैक आ रहा है, लेकिन यह हृदय से संबंधित समस्या नहीं होती। पैनिक अटैक के लक्षणों में तेज धड़कन, सांस लेने में कठिनाई, शरीर में कंपन, अत्यधिक पसीना और सीने में हल्का दर्द या चुभन शामिल होते हैं। हालांकि ये लक्षण डरावने हो सकते हैं, लेकिन यह जानलेवा नहीं होता और आमतौर पर कुछ मिनटों में ठीक हो जाता है।
कैसे पहचानें हार्ट अटैक और पैनिक अटैक के बीच अंतर?
स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं कि हार्ट अटैक और पैनिक अटैक के लक्षणों में कुछ प्रमुख अंतर होते हैं:
दर्द का स्थान और प्रकृति: हार्ट अटैक में दर्द गंभीर और भारी होता है, जो कंधे, गर्दन और जबड़े तक फैल सकता है। वहीं, पैनिक अटैक में दर्द हल्का चुभन वाला होता है और अन्य अंगों में नहीं फैलता।
समय अवधि: हार्ट अटैक का दर्द लंबे समय तक बना रहता है, जबकि पैनिक अटैक के लक्षण 5-10 मिनट में अपने आप ठीक हो जाते हैं।
स्वास्थ्य इतिहास: यदि किसी व्यक्ति को पहले से हृदय रोग की समस्या है, तो उसे हार्ट अटैक का खतरा अधिक होता है। वहीं, पैनिक अटैक अधिकतर तनाव और चिंता के कारण होते हैं।
सतर्क रहें और सही समय पर लें चिकित्सा सहायता
यदि आपको हार्ट की समस्या रही है और सीने में दर्द या सांस लेने में दिक्कत महसूस हो रही है, तो इसे अनदेखा न करें। तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और ईसीजी, ब्लड टेस्ट या अन्य आवश्यक जांचें कराएं। वहीं, यदि आपको पैनिक अटैक का संदेह है, तो गहरी सांस लेने, खुद को शांत रखने और रिलैक्सेशन तकनीकों का उपयोग करें।