बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार कहे जाने वाले राजेश खन्ना ने अपने करियर में कई बेहतरीन फिल्में दीं, लेकिन उनकी एक फिल्म ऐसी भी थी, जिसे उन्होंने करने की इच्छा नहीं जताई थी। यह फिल्म थी ‘हाथी मेरे साथी’, जो 1971 में रिलीज हुई थी और उस साल की सबसे बड़ी हिट साबित हुई थी। इस फिल्म में राजेश खन्ना के साथ तनुजा नजर आई थीं, और दर्शकों ने इसे बेहद पसंद किया था। हालांकि, यह बेहद दिलचस्प है कि जिस फिल्म ने उन्हें अपार सफलता दिलाई, वह फिल्म उन्होंने मजबूरी में साइन की थी।
जावेद अख्तर का खुलासा: पैसों की मजबूरी ने कराई फिल्म
गीतकार और स्क्रीनराइटर जावेद अख्तर ने अपने एक पुराने इंटरव्यू में इस राज़ से पर्दा उठाया था। उन्होंने बताया कि राजेश खन्ना असल में ‘हाथी मेरे साथी’ में काम नहीं करना चाहते थे, लेकिन उन्होंने पहले ही प्रोड्यूसर से फिल्म के लिए एडवांस पैसे ले लिए थे और वो पैसे उन्होंने अपने मुंबई के कार्टर रोड पर नया घर खरीदने में खर्च कर दिए थे। ऐसे में उनके पास कोई विकल्प नहीं था। अगर वे फिल्म नहीं करते, तो उन्हें प्रोड्यूसर के पैसे लौटाने पड़ते, जो उस वक्त उनके लिए मुश्किल था। इस मजबूरी ने उन्हें फिल्म करने के लिए मजबूर कर दिया, और यह फिल्म उनकी करियर की सबसे यादगार फिल्मों में से एक बन गई।
बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त सफलता, बनी साल की सबसे बड़ी हिट
फिल्म के रिलीज होते ही यह बॉक्स ऑफिस पर धमाका कर गई। सैकनिल्क की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘हाथी मेरे साथी’ का बजट लगभग 1 करोड़ रुपये था, जबकि इसने वर्ल्डवाइड 6.80 करोड़ रुपये की कमाई की थी। यानी फिल्म ने अपने बजट से करीब सात गुना ज्यादा कमाई की। यह उस दौर में एक बड़ी उपलब्धि थी, जब फिल्मों का बजट सीमित हुआ करता था। इस फिल्म ने राजेश खन्ना की लोकप्रियता को और भी ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया और उन्हें बॉलीवुड का पहला सुपरस्टार बना दिया।
आज भी देख सकते हैं ये क्लासिक फिल्म
54 साल बाद भी ‘हाथी मेरे साथी’ दर्शकों के दिलों में बसी हुई है। यह फिल्म ओटीटी प्लेटफॉर्म प्राइम वीडियो पर उपलब्ध है, जहां इसे कभी भी देखा जा सकता है। एम ए थिरुमुघम द्वारा निर्देशित इस फिल्म में राजेश खन्ना और तनुजा के अलावा सुजीत कुमार, केएन सिंह और मदन पुरी जैसे दिग्गज कलाकार भी नजर आए थे। यह फिल्म सिर्फ एक ब्लॉकबस्टर नहीं, बल्कि इमोशंस और इंसान और जानवर के रिश्ते की अनूठी कहानी थी, जो आज भी लोगों के दिलों को छू जाती है।