मुंबई: शुक्रवार (28 फरवरी) की सुबह दक्षिण मुंबई के भायखला इलाके में स्थित एक ऊंची आवासीय इमारत की 42वीं मंजिल पर भीषण आग लग गई। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) के अनुसार, आग बाबासाहेब आंबेडकर रोड पर स्थित सालेट 27 की बिल्डिंग में लगी। आग लगने की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की पांच दमकल गाड़ियां, तीन जंबो टैंकर, एक एरियल वॉटर टेंडर, एक ब्रीदिंग अप्लायंस वैन, एक हाई-प्रेशर पंप, एक हाई-राइज फायर फाइटिंग वाहन और दो एंबुलेंस तुरंत मौके पर भेजी गईं। राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है, और अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
सुबह करीब 10:45 बजे लगी आग ने देखते ही देखते इमारत की 42वीं मंजिल को अपनी चपेट में ले लिया। मौके पर पहुंचे दमकल विभाग के अधिकारी ने बताया कि आग पर काबू पाने के प्रयास किए जा रहे हैं। BMC के अनुसार, आग लगने की सूचना मिलते ही मुंबई फायर ब्रिगेड (MFB) ने लेवल-1 (मामूली) आग आपातकाल घोषित किया। बीईएसटी, पुलिस, एंबुलेंस सेवा और अन्य एजेंसियों की टीमें भी तुरंत घटनास्थल पर भेजी गईं। आग लगने के कारणों की जांच अभी जारी है, और शुरुआती रिपोर्ट्स में शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई जा रही है।
आग की लपटों से उठने वाला घना काला धुआं दूर-दूर तक देखा जा सकता था, जिससे इलाके में दहशत का माहौल बन गया। स्थानीय लोगों के बीच अफरा-तफरी मच गई, और सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस ने आसपास के इलाके को खाली करा लिया। दमकल कर्मियों ने ऊंची मंजिलों पर फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए एरियल वॉटर टेंडर और हाई-राइज फायर फाइटिंग वाहनों का इस्तेमाल किया। प्रशासन ने इमारत में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया और मौके पर मेडिकल टीमों को भी तैनात किया गया है।
इस घटना से ठीक एक सप्ताह पहले, 22 फरवरी को भी मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास स्थित एक होटल के रूफटॉप रेस्टोरेंट में आग लगी थी। उस घटना में भी कोई हताहत नहीं हुआ था, लेकिन बार-बार हो रही आग की घटनाओं ने मुंबई में अग्नि सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऊंची इमारतों में आग बुझाने के लिए बेहतर इंतजाम किए जाने चाहिए। प्रशासन से सुरक्षा मानकों की समीक्षा और कड़ी निगरानी की मांग की जा रही है।
BMC के अनुसार, दमकल कर्मियों की कड़ी मशक्कत और एरियल वॉटर टेंडर की मदद से आग को नियंत्रित करने का प्रयास जारी है। हालांकि, आग अभी पूरी तरह से बुझी नहीं है और ऊपरी मंजिलों पर धुएं का गुबार अब भी देखा जा सकता है। राहत कार्य में लगी टीमों की तत्परता और प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया की स्थानीय लोगों ने सराहना की है। प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और जल्द ही आग लगने के कारणों का पता लगाया जाएगा।