Friday, December 5, 2025

महाशिवरात्रि के साथ महाकुंभ का हुआ समापन, 66.21 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 45 दिनों तक चले विश्व के सबसे बड़े धार्मिक एवं आध्यात्मिक समागम महाकुंभ 2025 का समापन बुधवार (26 फरवरी) को महाशिवरात्रि के अंतिम स्नान पर्व के साथ हुआ। 13 जनवरी से शुरू हुए इस महाकुंभ में देश-विदेश से 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में डुबकी लगाई। मेला प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार, केवल अंतिम दिन ही 1.44 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान किया, जिससे कुल संख्या 66.21 करोड़ तक पहुंच गई।

आस्था का महापर्व और रिकॉर्ड तोड़ श्रद्धालु संख्या
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ को आस्था, एकता और समता का प्रतीक बताते हुए कहा कि इस महापर्व में आए श्रद्धालुओं की संख्या चीन और भारत को छोड़कर अमेरिका, रूस और यूरोपीय देशों समेत सभी देशों की जनसंख्या से अधिक है। उन्होंने इसे मानवता का महायज्ञ करार दिया और कहा कि महाकुंभ ने मक्का और वेटिकन सिटी जैसे धार्मिक स्थलों के रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया है।

स्वच्छता में भी बना मिसाल
महाकुंभ 2025 केवल आस्था का पर्व नहीं, बल्कि स्वच्छता के मामले में भी चर्चा में रहा। मेले में 15,000 से अधिक स्वच्छताकर्मी 24 घंटे तैनात रहे, जिन्होंने साफ-सफाई को लेकर प्रशंसनीय कार्य किया। मेला स्वच्छता प्रभारी डॉक्टर आनंद सिंह ने बताया कि इन कर्मचारियों ने घाटों और शौचालयों को साफ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन स्वच्छताकर्मियों के योगदान की सराहना करते हुए उन्हें आभार प्रकट किया।

मौनी अमावस्या की भगदड़ और राजनीतिक विवाद
महाकुंभ के दौरान मौनी अमावस्या के दिन हुई भगदड़ में 30 लोगों की मृत्यु हो गई, जिससे मेले की छवि को धक्का लगा। इस घटना को लेकर विपक्षी दलों ने प्रदेश सरकार को घेरा। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसे ‘मृत्युकुंभ’ करार दिया, जबकि सपा और कांग्रेस ने भगदड़ में मृतकों की संख्या छिपाने का आरोप लगाया। हालांकि, योगी सरकार ने इसे सिरे से खारिज करते हुए 3,000 से अधिक कैमरों, ड्रोन और AI कैमरों के जरिए श्रद्धालुओं की सही संख्या बताने की बात कही।

सुरक्षा और आपदा प्रबंधन में बेहतर इंतजाम
महाकुंभ में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। 37,000 पुलिसकर्मी, 14,000 होमगार्ड, तीन जल पुलिस थाने, 18 जल पुलिस कंट्रोल रूम और 50 वाच टावर स्थापित किए गए थे। अग्निशमन विभाग ने भी तत्परता से काम किया, जिससे किसी भी आगजनी की घटना में जनहानि नहीं हुई। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस प्रशासन की प्रशंसा की।

अंतर्राष्ट्रीय हस्तियों और सोशल मीडिया की सुर्खियां
महाकुंभ 2025 में कई अंतर्राष्ट्रीय हस्तियों ने भी शिरकत की, जिनमें भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक, उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अडाणी, और एपल के संस्थापक स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवल शामिल थे। इसके अलावा, सोशल मीडिया पर चर्चित चेहरों में ‘आईआईटी बाबा’ अभय सिंह, माला बेचने वाली युवती मोनालिसा भोसले और हर्षा रिछारिया ने भी सुर्खियां बटोरीं।

विवाद और चर्चाएं: महाकुंभ के अनसुने पहलू
महाकुंभ 2025 में जहां आस्था और समर्पण की मिसालें कायम हुईं, वहीं कई विवाद भी उठे। फिल्म अभिनेत्री ममता कुलकर्णी के महामंडलेश्वर बनने और गंगा जल की शुद्धता को लेकर भी चर्चाएं हुईं। NPCB की रिपोर्ट पर हुए विवाद को लेकर वैज्ञानिकों ने गंगा जल की शुद्धता की पुष्टि की, लेकिन यह मुद्दा चर्चा में बना रहा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जताया आभार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज के निवासियों को उनके धैर्य और आतिथ्य के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में आयोजित मानवता का महायज्ञ, आस्था, एकता और समता का महापर्व महाकुंभ, महाशिवरात्रि के स्नान के साथ पूर्णाहुति की ओर अग्रसर है।”

आस्था और आधुनिकता का संगम
महाकुंभ 2025 न केवल धार्मिक आस्था का महापर्व था, बल्कि यह प्राचीनता और आधुनिकता का संगम भी बना। स्वच्छता, सुरक्षा और व्यवस्थाओं के बेहतर प्रबंधन के साथ, यह आयोजन भावी महाकुंभों के लिए मिसाल पेश कर गया। योगी सरकार की व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए श्रद्धालु संतुष्ट नजर आए, जिससे महाकुंभ 2025 की स्मृतियां हमेशा के लिए अमिट हो गईं।

- Advertisement -
For You

आपका विचार ?

Live

How is my site?

This poll is for your feedback that matter to us

  • 75% 3 Vote
  • 25% 1 Vote
  • 0%
  • 0%
4 Votes . Left
Via WP Poll & Voting Contest Maker
Latest news
Live Scores