मौलाना काशिफ अली लश्कर के राजनीतिक संगठन पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग का नेतृत्व कर रहा था. यह संगठन लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद ने बनाया था.
Hafiz Saeed Relative Shot Dead: आतंक के आका पाकिस्तान और वहां बैठे आतंक के ठेकेदार खुद भी अपनी ही जाल में फंस जाते हैं. इसका एक और उदाहरण सामने आ गया है. भारत की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल इंटरनेशनल आतंकवादी हाफिज सईद के साले मौलाना काशिफ अली को गोली मार दी गई है. पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के राजनीतिक विंग के प्रमुख मौलाना काशिफ अली का मर्डर हुआ है. सोमवार को स्वाबी स्थित उसके घर पर अज्ञात हमलावरों ने उसे निशाना बनाया और मौके से फरार हो गए.
मौलाना काशिफ अली का मर्डर
असल में एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक मौलाना काशिफ अली लश्कर के राजनीतिक संगठन पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग का नेतृत्व कर रहा था. यह संगठन लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद ने 2024 में बनाया था. खास बात यह है कि काशिफ अली भारत के वांछित आतंकवादी हाफिज सईद के साले भी थे.
घर के दरवाजे पर गोली मारी
रिपोर्ट्स के अनुसार हमलावरों ने काशिफ अली को उसके घर के दरवाजे पर स्वचालित हथियारों से गोली मारी. इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया और पाकिस्तान में कुछ स्थानीय जगहों पर इस हत्या को लेकर आक्रोश देखने को मिला. हालांकि पुलिस अब तक हमलावरों का कोई सुराग नहीं जुटा पाई है.
लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों पर शामत..
मालूम हो कि बीते एक महीने में लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकवादियों की मौत हो चुकी है जिनमें से दो सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए थे. अब काशिफ अली की हत्या के बाद यह संगठन एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है.
बता दें कि हाफिज सईद खूंखार पाकिस्तानी आतंकवादी और जमात-उद-दावा (JuD) का संस्थापक है जो लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का मुख्य संगठन है. वह 2008 के मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड है. भारत सहित कई देशों ने उसे आतंकवादी घोषित किया है. हालांकि पाकिस्तान उसे लगातार बचाता रहा है. उसकी गिरफ्तारी और रिहाई का जटिल इतिहास रहा है, उसके चलते अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी पाकिस्तान को कई बार सुना चुका है.






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