प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 में आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा है। भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन को रविवार, 9 फरवरी दोपहर 1:00 बजे से अस्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिया है। पहले यह स्टेशन 11 फरवरी से बंद किया जाना था, लेकिन स्नान पर्व से पहले ही बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने के लिए इसे दो दिन पहले ही बंद करना पड़ा। प्रशासन का कहना है कि अगर श्रद्धालुओं की संख्या इसी तरह बढ़ती रही, तो यह स्टेशन पूर्णिमा तक बंद रह सकता है। इससे पहले, प्रयागराज का दारागंज रेलवे स्टेशन पहले ही स्थायी रूप से बंद किया जा चुका है।
महाकुंभ में हर दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु संगम पहुंच रहे हैं, जिससे मेला क्षेत्र और शहर की व्यवस्थाओं पर भारी दबाव बढ़ गया है। पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी खुद ग्राउंड जीरो पर मौजूद रहकर भीड़ नियंत्रण की निगरानी कर रहे हैं। ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए वाहनों की आवाजाही पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है, और वीआईपी पास भी अगले आदेश तक निलंबित कर दिए गए हैं। प्रशासन का दावा है कि संगम तक पहुंचने के लिए श्रद्धालु अलग-अलग रास्तों से पैदल आ रहे हैं, जिससे किसी को असुविधा न हो।
महाकुंभ की सुरक्षा और प्रबंधन में लगे पुलिसकर्मी दिन-रात अथक परिश्रम कर रहे हैं। कई पुलिसकर्मी 16 से 18 घंटे की शिफ्ट में काम कर रहे हैं, जबकि कुछ बिना रुके 50 घंटे तक ड्यूटी निभा रहे हैं। प्रयागराज कमिश्नरेट पुलिस और मेला प्रशासन के बीच लगातार समन्वय किया जा रहा है ताकि किसी भी श्रद्धालु को किसी प्रकार की परेशानी न हो। डीआईजी वैभव कृष्ण के अनुसार, प्रशासन की ओर से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि ट्रैफिक जाम की स्थिति न बने और श्रद्धालु निर्बाध रूप से संगम स्नान कर सकें। महाकुंभ 2025 का यह पावन आयोजन श्रद्धालुओं की आस्था और प्रशासन की व्यवस्थाओं की एक बड़ी परीक्षा साबित हो रहा है।






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