दिल्ली के महरौली में हुई श्रद्धा वाकर की नृशंस हत्या के बाद, उनके पिता विकास वाकर का जीवन एक गहरे सदमे में डूब गया था। उनकी बेटी की हत्या के मामले में आरोपित आफताब पूनावाला को 12 नवंबर 2022 को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था, और उसके खिलाफ चार्जशीट भी दायर कर दी गई थी। अदालत में आरोप तय हो गए हैं, और अब केस का ट्रायल जारी है। इस बीच, श्रद्धा के पिता का दिल टूट चुका था, और उनका सबसे बड़ा सपना था कि वह अपनी बेटी के अंतिम संस्कार में शामिल हो सकें, लेकिन ऐसा संभव नहीं हो सका। श्रद्धा के शव के अवशेष इस हत्याकांड के महत्वपूर्ण साक्ष्य थे, और दिल्ली पुलिस ने उन्हें परिजनों को सौंपा नहीं, जिससे विकास वाकर की यह अंतिम इच्छा पूरी नहीं हो सकी।
श्रद्धा वाकर की हत्या 18 मई, 2022 को हुई थी, जब उनके प्रेमी और लिव-इन पार्टनर आफताब ने उन्हें महरौली स्थित एक किराए के घर में बेरहमी से मार डाला। इस मामले के सामने आने में छह महीने का समय लग गया था। श्रद्धा का परिवार आफताब के साथ उनके रिश्ते को लेकर खुश नहीं था, और इसलिए श्रद्धा ने अपने परिवार से संपर्क तोड़ लिया था। श्रद्धा के दोस्तों के माध्यम से विकास वाकर को यह जानकारी मिली कि उनकी बेटी से ढाई महीने से अधिक समय से संपर्क नहीं हो पा रहा था, जिसके बाद उन्होंने मुंबई पुलिस में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके बाद जांच में पता चला कि श्रद्धा अपने प्रेमी के साथ दिल्ली में रह रही थी, और इस मामले में दिल्ली पुलिस को शामिल किया गया।
विकास वाकर के लिए उनकी बेटी का शव और उसके साथ जुड़ी हर यादें बेहद मायने रखती थीं, लेकिन रविवार को उन्हें दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई। विकास वाकर अपने परिवार के साथ वसई में रहते थे और यह दुःखद घटना उनके जीवन का एक ऐसा अध्याय था, जिसका अंत उनकी बेटी के अंतिम संस्कार से पहले ही हो गया। श्रद्धा वाकर के परिवार और समाज के लिए यह एक बड़ी त्रासदी है, जहां एक पिता ने अपनी बेटी को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष किया, लेकिन अपने जीवन के अंतिम समय में वह उसे अंतिम विदाई नहीं दे सके।





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