महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं के लिए तैयार किए गए भंडारे के भोजन में राख मिलाने का एक चौंकाने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में सोरांव थाने के एसएचओ बृजेश कुमार तिवारी को भंडारे के खाने में राख डालते हुए देखा गया। जैसे ही यह वीडियो सामने आया, पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया और श्रद्धालुओं ने इस घटना पर गहरा आक्रोश जताया। इसके बाद, डीसीपी (गंगानगर) कुलदीप सिंह गुनावत ने सोरांव एसएचओ को निलंबित कर दिया और विभागीय जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी। गुनावत ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से इस कार्रवाई की पुष्टि करते हुए कहा, “मामले को संज्ञान में लेते हुए, एसीपी सोरांव की रिपोर्ट के आधार पर एसएचओ को निलंबित कर दिया गया है।”
इस घटना पर राजनीति भी गर्मा गई है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए वीडियो साझा किया और लिखा, “जो लोग महाकुंभ में श्रद्धालुओं को भोजन और जल की सुविधा दे रहे हैं, उनके प्रयासों को राजनीतिक द्वेष के चलते नुकसान पहुंचाया जा रहा है। जनता को इस पर ध्यान देना चाहिए।” इस बयान ने घटना को और भी गंभीर बना दिया है, जिससे समाज में और अधिक बहस हो रही है।
महाकुंभ में इस समय लाखों श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में स्नान करने पहुंचे हैं, और वहां विभिन्न संगठनों द्वारा श्रद्धालुओं के लिए मुफ्त एवं सस्ती दरों पर भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। हालांकि, भंडारे में राख मिलाने की घटना ने माहौल को तनावपूर्ण बना दिया है। सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं आई हैं, और लोगों ने आरोपी अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। यह मामला महाकुंभ के आयोजकों और स्थानीय प्रशासन के लिए भी एक गंभीर चुनौती बन गया है, जिसे अब सख्ती से निपटने की जरूरत है।