प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के दौरान मौनी अमावस्या के अमृत स्नान पर बुधवार तड़के भगदड़ मच गई, जिससे कई श्रद्धालु घायल हो गए। रात से ही संगम तट पर लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी थी, लेकिन भीड़ नियंत्रण में असफल रहने के कारण अफरा-तफरी की स्थिति पैदा हो गई। इस हादसे के बाद अखाड़ा परिषद ने तत्काल अमृत स्नान स्थगित करने का निर्णय लिया। घायलों को ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से केंद्रीय चिकित्सालय महाकुंभ ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से एक घंटे में दो बार चर्चा की। प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया है और मेले की व्यवस्थाओं को पुनः व्यवस्थित करने में जुटा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि प्रयागराज में इस समय 8 से 10 करोड़ लोग मौजूद हैं और संगम तट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी हुई है। हालात को देखते हुए प्रशासन ने स्नान व्यवस्था को सख्त कर दिया है, लेकिन भीड़ का दबाव लगातार बना हुआ है। पीएम मोदी भी स्थिति को गंभीरता से लेते हुए सुबह से ही लगातार अपडेट ले रहे हैं और अब तक चार बार मुख्यमंत्री से चर्चा कर चुके हैं। सरकार ने घायलों के लिए विशेष चिकित्सा प्रबंध किए हैं और मेला क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। हालांकि, श्रद्धालुओं की आस्था इतनी प्रबल है कि भगदड़ के बावजूद संगम तट पर स्नान करने वालों का तांता लगा हुआ है।
महाकुंभ 2025 में अब तक करीब 20 करोड़ श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं। अकेले मौनी अमावस्या के अवसर पर सुबह 8 बजे तक 2.78 करोड़ लोगों ने स्नान किया। भगदड़ की स्थिति बनने के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हुआ, जिससे प्रशासन के लिए भीड़ नियंत्रण एक बड़ी चुनौती बना हुआ है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि अखाड़े अब भीड़ कम होने के बाद ही अमृत स्नान करेंगे, जिससे अव्यवस्था की स्थिति से बचा जा सके। प्रशासन ने घोषणा की है कि सुबह 10 बजे से स्नान पुनः शुरू किया जाएगा और इसके लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। इस बीच, सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं ताकि भविष्य में इस तरह की भगदड़ की घटनाओं से बचा जा सके। महाकुंभ में आस्था और सुरक्षा के बीच संतुलन बनाए रखना सरकार और प्रशासन के लिए सबसे बड़ी परीक्षा साबित हो रहा है।