भोपाल में मंगलवार को एक दर्दनाक घटना सामने आई, जब बरखेड़ा नाथू गांव के किसान हौताम सिंह ने कलेक्ट्रेट परिसर में अपनी पीड़ा का इज़हार आग लगाकर किया। 12 साल से न्याय की तलाश में भटक रहे हौताम सिंह ने जनसुनवाई के दौरान गाड़ी पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी और खुद को भी जलाने की कोशिश की। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए उन्हें बचा लिया। किसान ने आरोप लगाया कि उनकी जमीन पर कब्जे की साजिश रची जा रही है और पैसे लौटाने के बावजूद उनके खिलाफ फर्जी मामला दर्ज कर उन्हें धमकाया जा रहा है।
हौताम सिंह की इस हताशा का कारण 12 साल पुराना जमीन विवाद है, जिसमें उन्हें अब तक न्याय नहीं मिला। उनका कहना है कि एक शख्स, शैलेन्द्र पटेल, लगातार उन्हें धमकाकर उनकी जमीन हथियाने की कोशिश कर रहा है। मंगलवार को कलेक्ट्रेट परिसर में 5 किलो मिट्टी का तेल डालकर उन्होंने गाड़ी में आग लगा दी, जिसका मालिकाना हक अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। इसके बाद उन्होंने खुद को आग लगाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी से उन्हें रोक लिया गया। घटना के दौरान पुलिसकर्मियों ने हौताम सिंह और उनके छोटे भाई विवेक को पानी की टंकी के पास ले जाकर बचाया। फिलहाल किसान को हिरासत में लेकर मेडिकल जांच की गई है, और मामले की आगे जांच जारी है।
इस दर्दनाक घटना पर भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने कहा कि मामले की पूरी जांच कराई जाएगी और किसान को हर संभव मदद दी जाएगी। यह मामला फिलहाल हाईकोर्ट में लंबित है। अतिरिक्त डीसीपी शालिनी दीक्षित ने बताया कि कलेक्ट्रेट में सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद इस घटना ने प्रशासन को हिला दिया है। किसान की इस हताशा और दर्द ने प्रशासन और समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर क्यों एक किसान को न्याय के लिए इतना बड़ा कदम उठाना पड़ा।






Total Users : 13156
Total views : 32004