शालतांग निर्वाचन क्षेत्र के प्रभारी और जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जेकेपीसीसी) प्रमुख तारिक हमीद कर्रा के बेटे, डॉ. वलीद कर्रा ने जम्मू-कश्मीर के राज्य के दर्जे की बहाली को एक प्राथमिक आवश्यकता बताया। उन्होंने इस मुद्दे को तुरंत हल करने की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि राज्य का दर्जा बहाल करना एक यथार्थवादी और तत्काल लक्ष्य है।
डॉ. वलीद कर्रा ने विशेष दर्जे की बहाली के बारे में भी टिप्पणी की। उनका कहना था कि अनुच्छेद 371 के तहत विशेष दर्जे की वापसी केवल तब संभव हो सकती है जब कांग्रेस केंद्र में सत्ता में वापस आएगी।
डॉ. कर्रा ने जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले की कड़ी आलोचना की। उन्होंने इसे “जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे की हत्या” करार दिया और इसे जम्मू-कश्मीर के लोगों के अधिकारों पर एक बड़ा हमला बताया। डॉ. कर्रा के बयान से यह स्पष्ट होता है कि वह जम्मू-कश्मीर के संविधानिक अधिकारों को बहाल करने के पक्षधर हैं और इसे भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण मुद्दा मानते हैं।





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