बॉलीवुड के कई सितारे ऐसे हैं जो भगवान में विश्वास नहीं रखते और खुले तौर पर अपने नास्तिक विचारों का इज़हार करते हैं। क्या आप जानते हैं कि फिल्म इंडस्ट्री के कुछ मशहूर चेहरे मंदिर, मस्जिद, पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठानों से खुद को दूर रखते हैं? इस वीडियो में हम आपको बताएंगे कि कौन से बॉलीवुड सितारे हैं जो भगवान को नहीं मानते और इसके पीछे उनका क्या तर्क है। जानिए बॉलीवुड के इन सितारों के नास्तिक विचारों के बारे में।
नमस्कार दोस्तों! बॉलीवुड की चमक-दमक से सभी परिचित हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस इंडस्ट्री में कुछ ऐसे सितारे भी हैं, जो भगवान के अस्तित्व पर सवाल उठाते हैं? जी हां, आज हम आपको उन बॉलीवुड सितारों के बारे में बताएंगे, जो भगवान में विश्वास नहीं रखते और क्यों उनका मानना है कि ये सब सिर्फ अंधविश्वास हैं। ये वीडियो उन लोगों के लिए है, जो ये सोचते हैं कि धार्मिक अनुष्ठानों का कोई महत्व नहीं है। तो आइए, जानते हैं उन बॉलीवुड सितारों के बारे में, जिनकी नास्तिकता की बातें आपने शायद पहले नहीं सुनी होंगी।
बॉलीवुड अभिनेत्री रत्ना पाठक शाह ने एक बार कहा था कि वह करवा चौथ का व्रत रखने जैसी परंपराओं को कभी नहीं मानेंगी, क्योंकि वह अपने प्यार को साबित करने के लिए भूखा नहीं रह सकतीं। रत्ना और उनके पति नसीरुद्दीन शाह दोनों ही इस विचारधारा को मानते हैं कि भगवान जैसी कोई चीज नहीं है। उनके अनुसार, यह सिर्फ एक सामाजिक अंधविश्वास है, जिस पर लोग विश्वास करते आ रहे हैं। उनका कहना है कि ये सब एक मानसिकता है, जिसे बदलने की जरूरत है।
सोनम कपूर, जो कि बॉलीवुड की एक सफल अभिनेत्री हैं, ने एक इंटरव्यू में खुलकर यह कहा कि वह धार्मिक अनुष्ठानों से दूर रहती हैं। सोनम का मानना है कि पूजा-पाठ सिर्फ एक परंपरा है, जिसे लोग बिना सोचे-समझे करते हैं। वह अपनी पर्सनल लाइफ में इन चीजों से दूर रहती हैं और किसी भी पूजा में भाग नहीं लेतीं। उनके परिवार के लोग धार्मिक हैं, लेकिन सोनम अपने विचारों से काफी अलग हैं। वह अपने बेटे के लिए भी किसी धार्मिक अनुष्ठान को नहीं मानतीं, और इस बारे में साफ तौर पर अपनी राय रखती हैं।
अभिनेता राहुल बोस का मानना है कि उनका काम ही उनका भगवान है। वे खुद को नास्तिक मानते हैं और कहते हैं कि भगवान और धर्म की कोई वास्तविकता नहीं है। उनके अनुसार, वे किसी बाहरी शक्ति में विश्वास नहीं करते और उनका काम ही उनके जीवन का सबसे बड़ा उद्देश्य है। राहुल ने कई बार कहा है कि वे किसी भी धार्मिक अनुष्ठान का हिस्सा नहीं बनते और न ही उनका किसी पूजा-पाठ से कोई लेना-देना है।
अभिनेता राजीव खंडेलवाल ने भी एक इंटरव्यू में यह स्वीकार किया था कि वह भगवान और धर्म को एक मिथक मानते हैं। उनके अनुसार, यह सब अंधविश्वास है, जिसे लोग केवल डर के मारे करते हैं। वह खुद इस विचारधारा से बाहर हैं और अपने परिवार के सदस्यों को भी इस बात के लिए प्रेरित करते हैं कि वे धर्म के नाम पर किसी प्रकार के अनुष्ठान न करें।
बॉलीवुड के फिटनेस आइकॉन जॉन अब्राहम ने भी कभी यह नहीं छिपाया कि वह भगवान में विश्वास नहीं करते। जॉन का कहना है कि उनके घर में किसी भगवान की तस्वीर नहीं है, और न ही उन्हें पूजा-पाठ में कोई रुचि है। उनका मानना है कि लोग अपने शरीर पर ध्यान दें, न कि धार्मिक अनुष्ठानों पर।
फरहान अख्तर भी अपने पिता जावेद अख्तर की तरह नास्तिक हैं। फरहान का कहना है कि उन्हें मस्जिद जाना या किसी पूजा में शामिल होना कभी सही नहीं लगता। वह अपने जीवन में फिटनेस और अपने काम पर ध्यान केंद्रित करते हैं, और उनके लिए ये सभी धार्मिक अनुष्ठान निरर्थक हैं।
मशहूर फिल्म लेखक और गीतकार जावेद अख्तर ने भी कई बार यह कहा है कि वह भगवान में विश्वास नहीं करते। उनका कहना है कि लोग डर के मारे भगवान की पूजा करते हैं, जबकि उनके अनुसार भगवान जैसी कोई चीज नहीं है। जावेद के विचारों को लेकर उन्होंने कई बार खुलकर अपनी राय साझा की है।
साउथ सिनेमा के सुपरस्टार कमल हासन का भी मानना है कि भगवान का कोई अस्तित्व नहीं है। उन्होंने कई बार यह कहा है कि उन्हें मंदिर या मस्जिद जाने की जरूरत नहीं है, और वह सिर्फ अपने काम से मतलब रखते हैं। उनका मानना है कि व्यक्ति को अपने जीवन में धार्मिक अनुष्ठानों से ऊपर उठकर अपनी असल जिम्मेदारियों पर ध्यान देना चाहिए।





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