भारत की क्रिकेट टीम इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली वनडे सीरीज में अपनी चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारियों का परीक्षण करेगी। इस सीरीज में एक बड़ा सवाल उठ रहा है – टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर के सामने कौन से विकेटकीपर बल्लेबाज को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जाए, ऋषभ पंत या केएल राहुल? दोनों के बीच कांटे की टक्कर है, और उनका फॉर्म चैंपियंस ट्रॉफी में चयन को प्रभावित करेगा।
भारत की क्रिकेट टीम की चैंपियंस ट्रॉफी से पहले होने वाली इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज को लेकर एक बड़ा सवाल सभी के जेहन में है। हेड कोच गौतम गंभीर के सामने ये बड़ा सवाल खड़ा है कि आखिरकार प्लेइंग इलेवन में विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में किसे चुना जाए – ऋषभ पंत या केएल राहुल? ये दोनों ही खिलाड़ी नंबर 5 पर बल्लेबाजी करते हैं और टीम इंडिया के लिए ये फैसला बेहद अहम होने वाला है।
जैसा कि हम सब जानते हैं, भारतीय क्रिकेट टीम चैंपियंस ट्रॉफी के लिए तैयारियां कर रही है और इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली वनडे सीरीज इसे ड्रेस रिहर्सल के तौर पर देखा जा सकता है। इस सीरीज में भारतीय टीम अपने फॉर्म और प्लेइंग इलेवन के सही कॉम्बिनेशन का परीक्षण करने वाली है। यहां पर हेड कोच गौतम गंभीर के सामने एक बेहद अहम फैसला होगा, और वो है विकेटकीपर बल्लेबाज के चयन का। ऋषभ पंत और केएल राहुल के बीच यह मुकाबला दिलचस्प होगा, क्योंकि दोनों के पास प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने की बराबरी की संभावना है।
दुबई के इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम पर चैंपियंस ट्रॉफी के मुकाबले होने हैं, और दोनों बल्लेबाजों के लिए यह चुनौतीपूर्ण हो सकता है। जहां एक ओर ऋषभ पंत ने कभी भी दुबई में कोई वनडे मैच नहीं खेला है, वहीं केएल राहुल ने यहाँ सिर्फ एक वनडे मैच खेला है, जिसमें उन्होंने 60 रन की पारी खेली थी, लेकिन वो आंकड़ा 6 साल पुराना है। इस बीच, यह सवाल भी उठता है कि इन दोनों के फॉर्म पर इंग्लैंड सीरीज में क्या असर पड़ेगा? अगर इंग्लैंड के खिलाफ दोनों बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो यह भारतीय टीम के मैनेजमेंट के लिए एक बड़ा निर्णय लेने का मौका होगा।
इन दोनों के बीच एक और महत्वपूर्ण अंतर है, और वो है उनके खेलने की शैली। ऋषभ पंत बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं, जो टीम को मिडिल ऑर्डर में वैरिएशन देते हैं और मैच विनर साबित हो सकते हैं। वहीं केएल राहुल का फॉर्म भी बहुत अच्छा है, और अगर वह नंबर 4 पर बल्लेबाजी करने आते हैं तो यह भारतीय टीम के लिए फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, इस चयन में सबसे बड़ा सवाल यह है कि कौन सा खिलाड़ी विकेटकीपर के रूप में सबसे उपयुक्त रहेगा। इस पर अंतिम फैसला टीम मैनेजमेंट को ही करना है, और इंग्लैंड सीरीज में उनका प्रदर्शन इस फैसले को प्रभावित करेगा।