रीवा शहर की अमहिया पुलिस ने गेहूं खरीदी के दौरान फर्जीवाड़ा करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक मप्र स्टेट वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक्स कॉरपोरेशन की शिकायत आई थी। इसके अमहिया थाने में आईपीसी की धारा 409, 420 एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3/7 का अपराध कायम किया।
विवेचना के दौरान पता चला कि बिना गोदाम में आए 598.79 क्विंटल गेहूं को ऑनलाइन पोर्टल में दर्ज कर 12 लाख का भुगतान कर दिया। ऐसे में फील्ड सर्वेयर अमन शुक्ला, गोदाम सर्वेयर देवांशू शुक्ला, डाटा एंट्री ऑपरेटर नागेन्द्र सिंह को आरोपी बनाया गया। इसके बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जिला न्यायालय में पेश किया गया है।
अमहिया थाना प्रभारी दीपक तिवारी ने बताया कि मप्र स्टेट वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक्स कॉरपोरेशन कार्यालय पीटीएस ने फील्ड सर्वेयर अमन शुक्ला, गोदाम सर्वेयर देवांशू शुक्ला, गेहूं खरीदी केन्द्र आदर्श स्व-सहायता समूह सुपिया के खरीदी प्रभारी एवं मप्र सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन के प्रदाय केन्द्र पीटीएस में पदस्थ आऊट सोर्स डाटा ऑपरेटर नागेन्द्र सिंह ने फर्जी तरीके से 598.79 क्विंटल गेहूं बिना गोदाम में आए ऑनलाइन पोर्टल दर्ज दिखा दिया।
कंपनी के अधिकारियों ने जांच कराई तो बिना दस्तावेजों की स्वीकृत दिखी। साथ ही वेयर हाउसिंग रिपोर्ट में प्रथम दृष्टया अनैतिक कृत्य और तीनों आरोपियों की सहभागिता दिखी। इसके बाद तीनों के खिलाफ अपराध कायम किया गया। पुलिस की जांच में पता चला कि मुख्य आरोपी अमन शुक्ला अपने पिता के खाते में 12 लाख रुपए का भुगतान कर दिया था।
ये आरोपी गिरफ्तार
अमहिया पुलिस ने देवांशू शुक्ला पुत्र स्व. देवेन्द्र प्रसाद शुक्ला 21 वर्ष निवासी अमवा थाना चोरहटा, अमन शुक्ला पुत्र राजेश शुक्ला 23 वर्ष निवासी अमवा थाना चोरहटा और नागेन्द्र सिंह पुत्र नारेन्द्र सिंह 32 वर्ष निवासी रामनगर छिबौरा थाना रामपुर बघेलान जिला सतना को गिरफ्तार किया है।