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Friday, November 15, 2024

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Jawa News: जवा थाना क्षेत्र अंतर्गत गाढ़ा 138, पथरौड़ा सहित कई घाटो में अवैध बालू उत्खनन माफियाओं के बोलबाला

खुलेआम किया जाता है रात्रि दिन टमस नदी में उत्खनन। जवा पुलिस और खनिज विभाग देखकर है अनजान। एक सिपाही के सह पर जवा थाने के सामने से फर्राटे मारते निकलते है ट्रैक्टर और हाइवा।

 जवा
/ रीवा जिले के जवा थाना क्षेत्र अंतर्गत टमस नदी घाट के गाढ़ा 138, पथरौड़ा,भुनगांव सहित कई घाटो में जवा पुलिस के सह पर खुले आम मशीन के द्वारा दिन रात्रि टमस नदी से अवैध बालू निकाला जाता है, जिसकी जानकारी राजस्व विभाग,खनिज विभाग रीवा एवं जवा पुलिस को है लेकिन कभी कार्यवाही नही की जाती है कार्यवाही नही होने से प्रशासन को हर माह लाखो के राजस्व की हानि हो रही है जिसका लगातार समाचार पत्रों के माध्यम से प्रकाशन भी किया जा रहा है।लेकिन इस संबंध में न ही डभौरा एसडीओपी द्वारा ध्यान दिया जा रहा है न ही जवा एसडीएम द्वारा।जहा पर देखा जा सकता है कि प्रतिदिन 24 घंटे जवा थाने के सामने से एवं बगल से, सितलहा जवा चौराहे सहित अन्य जगहों से फर्राटे मारते ट्रैक्टर हाइवा वाले निकलते है जिनके पास न तो कोई ट्राली का कागजात होता न ही ड्राइवर के पास ड्राइविंग लाइसेंस है लेकिन किसी की जुर्रत नही है की रोककर कार्यवाही कर सके। कार्यवाही क्यो नही की जाती ये बात किसी से छिपी नही है।
     वही आमजन मानस का कहना है कि खनिज माफियाओं एवं परिवहन माफियाओं का थाना जवा और खनिज विभाग रीवा से मंथली बधा होता है इसीलिए कार्यवाही नही होती है।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जवा थाने की बागडोर एक सिपाही को सौंपी गयी है जो थाना प्रभारी का हमराह है जिसके कहने पर ही जवा थाने की हर गतिविधियां संचालित होती है। जिनका कार्य है कितने अवैध ट्रेक्टर,हाइवा और ट्रक चल रहे है मंथली हिसाब किताब करना है कितने अवैध घाट चल रहे है कहां कहां अवैध शराब की बिक्री की जा रही है और खनिज विभाग की जिम्मेदारी खनिज निरीक्षक को दी गई है जो कार्यवाही के नाम पर अज्ञात लोगों का नाम दर्शाकर खानापूर्ति करते है और खनिज अधिकारी रीवा द्वारा कार्यालय में बैठकर अपने निष्क्रिय कार्यो की बखान करती नजर आती है।वैसे भी कभी कार्यवाही होती नही। यदि कभी का भार होनी भी है तो जांच टीम चलने के पहले ही खनिज माफियाओं को जानकारी मिल जाती है। इसके बाद जांच टीम द्वारा पुलिस बल का थाना से सहयोग मांगा गया तो जवा थाना के सिपाही के कहने पर नामक का फर्ज अदा करते हुए पुलिस बल न होने का बहाना या किसी इवेंट में पुलिस चली गयी है कहकर घंटो टाला जाता है ताकि खनिज माफिया अपना सब कुछ सुरक्षित कर ले ऐसा लोगो का कहना है।अब ऐसे में कैसे कार्यवाही हो सकती है।
            मामला जो भी हो यदि जिला कलेक्टर एवं रीवा पुलिस अधीक्षक द्वारा मामले को संज्ञान में लेकर सही जांच किया जाय तो हकीकत सामने आ सकती है और राजस्व हानि को रोका जा सकता है।

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