तत्कालीन खनिज जिला अधिकारी एवं वर्तमान अधिकारी की सहमति पर किस तरीके से पुश्तैनी भूमि स्वामियों को बेघर करने खनिज उत्खनन वसूली नोटिस दिया जा रहा है वही कई भू माफिया एवं क्रेसर मालिकों के ऊपर मेहरबानी जिसके घर में खुदाई का कोई सामान नहीं और ना खुद की लीज का कोई दस्तावेज उसे 68 लाख का वसूली नोटिस
मऊगंज खनिज विभाग की मनमानी व भ्रष्ट व्यवस्था से स्थानीय भूमि स्वामी अब गृह ग्राम छोड़ने पर मजबूर हो रहे हैं बड़े खनिज व क्रेशर मालिकों से खनिज अधिकारी साठ गांठ करके सरकारी संपत्ति के साथ निजी संपत्ति का बंदर बांट किया जा रहा है गरीबों को उजाड़ने एवं बेघर करने में पूरी तरह से खनिज विभाग सक्रिय है मामला ग्राम सरदमन का है जहां ददई सिंह गोड़ को 67 लाख 72-500 का वसूली नोटिस भेज दिया गया जबकि पीड़िता का कहना है कि खनिज माफिया गौतम इंटरप्राइजेज के मालिक राजकुमार खुराना द्वारा जबरन जमीन में अवैध रूप से उत्खनन किया गया किंतु खनिज विभाग द्वारा शिकायतों के बावजूद निराकरण नहीं किया गया बल्कि पीड़ित ददई सिंह गोड़ को ही लगभग 68 लख रुपए का वसूली नोटिस भेज दिया गया जबकि उक्त पीड़ित के घर में एक फावड़ा नहीं मिलेगा करोड़ों रुपए की लागत से मशीनों के माध्यम से सैकड़ो फीट गहरी खाई खोदकर उत्खनन किया गया नोटिस देते वक्त खनिज अधिकारियों को जरा भी हिचक नहीं आई कि जिसके घर में एक फावड़ा तक नहीं वह करोड़ों रुपए की लागत से बिना मशीनों के माध्यम से कैसे उत्खनन कर लेगा यह विचित्र मामला ग्राम सरदमन का है जहां 23- 8-23 को खनिज विभाग द्वारा कारण बताओ सूचना जारी किया गया और पत्र में 22-9-23 को जवाब देने हेतु पेशी दी गई आश्चर्य की बात है जब 9 -8- 23 को 67 लाख 72-500 की नोटिस दे दी गई यानी पीड़िता को उक्त दी गई पेशी में अपना जवाब प्रस्तुत करने का भी मौका नहीं दिया गया अर्थात 23- 8 -23 को नोटिस देकर एक महीने में पेशी के माध्यम से जवाब मांगा गया किंतु जवाब देने यानी पेसी दिनांक से पहले ही -9-8 -23 को वसूली नोटिस भेज दिया गया खनिज माफिया व क्रेशर संचालक के ऊपर कृपा की गई खनिज विभाग द्वारा किंतु वहीं गरीब व शिकायतकर्ता के ऊपर कई लाखों के वसूली नोटिस भेज दिया गया मामला वर्ष 2023 का है जहां तत्कालीन जिला खनिज अधिकारी एवं वर्तमान जिला खनिज अधिकारी के सहयोग से खनिज माफिया को आश्रय देकर पुस्तैनी भू स्वामीओ को भागने व प्रताड़ित करने का कार्य किया जा रहा है जबकि पूर्व में शिकायतकर्ता द्वारा जिला खनिज अधिकारी जिला प्रशासन कलेक्टर पुलिस प्रशासन एवं राजस्व विभाग को शिकायत की गई किंतु अब तक किसी प्रकार की जांच नहीं की गई।