सिरमौर खैरहन इन दिनों कड़ाके की ठंड और कोहरे के कारण किसानों को पाले की मार झेलनी पड़ रही हैं, जिसके कारण अरहर, चने, मसूर के साथ ही आलू टमाटर के किसानों के भी प्रकृति की मार झेलनी पड़ रही हैं। हालत ये हैं कि सब्जी उत्पादक किसानों की लागत भी मिलना मुश्किल हो गया है। पाले के प्रभाव के कारण मुख्यरूप से टमाटर और आलू का उत्पादन करने वाले क्षेत्र के किसानों की पूरी फसल बर्बाद हो चुकी है, वही शासन प्रशासन अभी तक मुआवजे को लेकर किसी भी प्रकार से खेतों का अवलोकन करता दिखाई नही दे रहा है। सिरमौर के खैरहन ग्राम के सब्जी उगाने वाले किसान राम विश्वास कुशवाहा की भी लाखों रूपये के टमाटर की फसल ठंड और पाले के बजह से पूरी तरह बर्बाद हो गयी है, उन्होंने बताया कि फसल तैयार तरने मे 30 से 40 हजार रुपये की लागत आई थी, लेकिन फसल बर्बाद होने से सब डूब गयी, उनका मुख्य व्यवसाय खेतीबाड़ी होने से फसल बर्बाद होने के कारण आर्थिक तौर पर बड़ा नुकसान झेलना पड़ रहा है, जबकि सरकारी स्तर पर अभी तक किसी भी प्रकार से सरकारी सहायता प्राप्त नही हुयी है, न ही उनके खेतो का कोई सर्वे परीक्षण किया गया हैं।किसान ने सरकार से गुहार लगाई है कि जल्द से जल्द किसानों की फसल का सर्वे करके उन जैसे किसानों को फसल का मुआवजा देने की कार्यवाही करें।
उक्त किसान के खेत का जायजा लेने गये, पत्रकार अनुपम अनूप व खैरहन सरपंच रजनीश कुशवाहा ने सरकार, प्रसासन से अपील की है कि क्षेत्र के बहुत से किसान पाले की बजह से काफी घाटे का सामना कर रहे हैं। सरकार को चाहिए कि जल्द से जल्द सर्वे कराकर किसानों को आवश्यक आर्थिक सहायता प्रदान करके किसानों की मदद का कदम बढ़ाये।
: अनुपम अनूप