पहले छोटू और अब प्रशांत
रीवा जिला वासी विश्वंभर त्रिपाठी छोटू की मौत के सदमे से उबरने की कोशिश कर रहे थे ,कि रविवार शाम एक और बाज्रपात हो गया । रीवा का युवा संविदाकार प्रशांत चतुर्वेदी हमसे जुदा हो गया । क्या कहें क्या लिखें ? दोनों अपने जीवन के हसीन पल में जी रहे थे ! उनके पास सब कुछ था । घर परिवारी जन, यार दोस्त भाई, बंधु- बांधव और आराम की ज़िंदगी जीने के संशाधन, लेकिन क्रूर काल को तो कुछ और ही करना था । दोनों को छीन कर रीवा को नये साल और लोहड़ी पर ग़म में डुबो दिया । पिछले कुछ महीनों में युवा , वय टीनएजर और अल्पायु के बच्चों की हार्ट अटैक , हार्ट फेलियर, जैसी वजहों से अपनों से बिछुड़ रहे हैं । इन कारणों से पहले बुजुर्ग और प्रौढ़ मारते थे । कोरोना काल के बाद क्या प्रकृति के विधान बदल से गये हैं ?
रीवा के कांट्रेक्टर प्रशांत चतुर्वेदी को भोपाल के डीबी मॉल में आया हार्ट अटैक, मौत प्रशांत भोपाल के डीबी मॉल घूमने के लिए गए थे इस दौरान उन्हें हार्ट अटैक आ गया, बताया जाता है की प्रशांत की मौके पर ही मौत हो गई है। रीवा से भोपाल निजी काम से गए थे प्रशांत। :अनुपम अनूप