मध्यप्रदेश के उज्जैन में नलखेड़ा की रहने वाली कथाकार वर्षा नगर को c जाएगी , इस उपाधि हेतु एक दिन पहले वर्षा नगर का संत संस्कार कार्यक्रम आयोजित किया है ,और एक भव्य शोभा यात्रा निकाली गई ,। सोभा यात्रा अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष संत श्री रविन्द्र पुरी जी महाराज और महामंडलेश्वर मंदाकिनी दीदी के के सान्निध्य में क्षीरसागर स्थित हनुमान मंदिर से निकली गई ।आपकों बता दें ,महामंडलेश्वर बनने के लिए व्यक्ति में वैराग्य होना चाहिए। संन्यास होना चाहिए । न घर-परिवार और न ही c होने चाहिए । हालाकि इसमें आयु का कोई बंधन नहीं होता
उज्जैन में कथाकार वर्षा नागर को महामंडलेश्वर की उपाधि मिल गई ,महमंडलेसवर क्या होते हैं कौन बनते है और क्यों हर किसी के बस का नहीं होता महमंडलेस्वर आपको बताएंगे उसके पहले नमस्कार स्वागत है आप सभी का द खबरदार न्यूज में मैं हूं आपके साथ शिवम कुशवाहा
लेकिन संस्कृत, वेद-पुराणों का ज्ञान ज़रूरी, होता है, और जिस व्यक्ति में ये योग्यता होती है , वह या तो बचपन में अथवा जीवन के चौथे चरण यानी वानप्रस्थाश्रम में महामंडलेश्वर बन सकता है.इस कार्यक्रम में संतों ने भोजन प्रसादी का लाभ लिया। और गुरुवार को अखाड़ा परिषद अध्यक्ष सहित देशभर के संतों के सान्निध्य में वर्षा नागर का पत्ताभिषेक होगा।










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