प्रदेश सरकार एक तरफ किसानों को सुविधा मुहैया कराने का ढिंढोरा पीट रही है तो दूसरी तरफ आला अधिकारी कर्मचारी किसानों का खून चूसने का काम कर रहे हैं पूरे प्रदेश की भांति रीवा जिले की त्यौंथर तहसील में धान की खरीदी शुरू है जहां अपनी धान को बेचने आने वाले किसानों के लिए खरीदी केंद्र में कई व्यवस्थाएं की जानी चाहिए थी लेकिन त्यौंथर की खरीदी केंद्रों में न तो रात को रुकने वाले किसानों के लिए टेंट की व्यवस्था है न हि ठंड से बचाने के लिए अलाव की व्यवस्था है न ही रात में अपनी धान को ताक कर बैठे किसानों के लिए भोजन की कोई व्यव्स्था है ये सब व्यव्स्था सरकार को करनी होती है यानी समिति के प्रबंधक को करना चहिए लेकिन यहां खरीदी केंद्रों में सिर्फ खाना पूर्ति चल रहीं है कहने को तो आला अधिकारी भी औचक निरीक्षण कर रहे हैं लेकिन प्रबंधकों का किसानों में धान नही लूंगा वाला भय इतना हो गया है की किसान भी आपनी बात रख नही पा रहा और आला अधिकारियों को कमियां दिखती नहीं हैं।।
त्यौंथर के खरीदी केंद्रों में तो मापदंड से ज्यादा तौल , बोरे का पैसा, तौलाई कराने का पैसा सहित कई कारनामों का विडियो भी वायरल हो चुका है लेकिन उसके बावजूद भी प्रशासन पर जूं तक नहीं रेंग रही कि इन प्रबंधकों पर कार्यवाही की जा सके यहां वो कहावत चोर चोर मौसेरे भाई की कहानी को पुरी तरह सही साबित करती दिखाई पड़ रही है।
: अनुपम अनूप