पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) ने हाल ही में पेरिस के लिए नई उड़ान सेवा के प्रचार हेतु एक विज्ञापन जारी किया, जो विवादों में घिर गया है। विज्ञापन में एक विमान को एफिल टॉवर की ओर जाते हुए दिखाया गया था और इसके साथ लिखा था, “पेरिस, हम आज आ रहे हैं।” इस इमेजरी ने अमेरिका में 11 सितंबर 2001 को हुए आतंकी हमलों की याद दिला दी, जब दो विमानों ने न्यूयॉर्क के ट्विन टावरों को निशाना बनाया था। इस घटना के पीछे अल-कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन का हाथ था, जिसे बाद में पाकिस्तान के एबटाबाद में मार गिराया गया। सोशल मीडिया पर विज्ञापन के आते ही लोगों ने इसे न केवल असंवेदनशील बताया, बल्कि इसकी तीखी आलोचना भी की।
विवाद बढ़ने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मामले की उच्च-स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। वित्त मंत्री इशाक डार ने विज्ञापन को “मूर्खतापूर्ण” करार दिया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि सरकार इस लापरवाही को गंभीरता से ले रही है। जांच का उद्देश्य यह पता लगाना है कि ऐसा विवादास्पद विज्ञापन बनाने का विचार किसका था और इसे PIA के भीतर किस प्रक्रिया के तहत मंजूरी दी गई। साथ ही, इस प्रक्रिया में सुधार की आवश्यकता को भी देखा जाएगा ताकि भविष्य में ऐसी चूक न हो।
यह पहली बार नहीं है जब PIA विवादों में फंसी है। पहले भी एयरलाइन पायलटों की फर्जी डिग्रियों और सुरक्षा नियमों के उल्लंघन जैसे मामलों को लेकर सुर्खियों में रह चुकी है, जिसके चलते यूरोप में उसकी उड़ानों पर प्रतिबंध लगाया गया था। इस ताजा विवाद ने PIA की छवि को और धूमिल किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि PIA को अपनी ब्रांडिंग और मार्केटिंग नीति में सुधार लाने के साथ-साथ आंतरिक निगरानी तंत्र को मजबूत करना होगा। जब तक एयरलाइन अपनी गलतियों से नहीं सीखेगी और सुधारात्मक कदम नहीं उठाएगी, तब तक जनता का विश्वास वापस पाना मुश्किल होगा।