वाराणसी के भदैनी और रोहनिया क्षेत्र में 4-5 नवंबर को एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या कर दी गई थी, जिसने इलाके में सनसनी फैला दी थी। यह हत्या पूरी तरह से योजनाबद्ध थी, और लगभग तीन महीने बाद वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट ने इस मामले में बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने इस दर्दनाक हत्याकांड के आरोप में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है, जो खुद मृतक के परिवार से ही हैं। वाराणसी पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में बताया कि दोनों आरोपी परिवार के सदस्य हैं, जिन्होंने अपने चाचा और उनके परिवार के अन्य सदस्यों की निर्ममता से हत्या कर दी थी।
वाराणसी पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल के अनुसार, गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में एक का नाम विशाल गुप्ता उर्फ विक्की और दूसरे का नाम प्रशांत गुप्ता है। दोनों आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया कि मृतक राजेंद्र गुप्ता ने 25 साल पहले इनके पिता और दादा की हत्या कर दी थी, जिससे इन दोनों का गहरा मानसिक और शारीरिक आघात हुआ था। इसके बाद, इन दोनों ने 2 साल पहले अपने चाचा और उनके परिवार को मारने की योजना बनाई थी, ताकि पुरानी खाई को भरा जा सके।
विशाल गुप्ता उर्फ विक्की ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया था, जिसमें उसने अपने चाचा राजेंद्र गुप्ता, उसकी पत्नी और अन्य तीन परिजनों को गोली मारी थी। वहीं, उसके भाई प्रशांत गुप्ता ने इस घटना को अंजाम देने में आर्थिक मदद की थी। दोनों आरोपी इस कृत्य को छिपाने के लिए पुलिस से बचने के हर संभव प्रयास कर रहे थे और अलग-अलग शहरों में ठिकाना बना चुके थे। लेकिन, वाराणसी पुलिस की सूझबूझ और कड़ी मेहनत से इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
वाराणसी पुलिस कमिश्नर ने बताया कि आरोपियों का कोई आपराधिक इतिहास नहीं था और ये दोनों आईटी सेक्टर में अच्छे शिक्षित थे, जो अपने अलग-अलग ठिकानों पर रहते थे। लेकिन, जब यह दोनों वाराणसी पहुंचे, तो पुलिस की टीम ने इन्हें पकड़ने में सफलता प्राप्त की। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली टीम को 1 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया है, जो पुलिस की कड़ी मेहनत और तत्परता को दर्शाता है। यह मामला यह साबित करता है कि कानून के हाथ हमेशा लंबे होते हैं और अपराधियों को सजा दिलवाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाती।






Total Users : 13282
Total views : 32183