इंदौर के केशव विद्यापीठ होस्टल में 8वीं क्लास के स्टूडेंट की वार्डन ने तीन दिन तक जमकर पिटाई की। बच्चे से चलते भी नहीं बन रहा है। बच्चे की बुआ मंजू जोनवाल ने बताया कि भतीजा अमित जारवाल (12 साल) 8वीं कक्षा का स्टूडेंट है और वह केशव विद्यापीठ के होस्टल में रहता है। मंजू ने पुलिस को बताया कि होस्टल के वार्डन सुनील वर्मा ने अमित को दोस्तों के साथ मोबाइल चलाते देख लिया था। इसके बाद उन्होंने बच्चे को पैर में बेंत ही बेंत मारे।
दूसरे दिन प्रार्थना के दौरान अमित ने एक बार आंख खोल ली तो वार्डन ने वहां भी इतनी पिटाई की उससे चलते नहीं बन रहा। तीसरे दिन पैर में चोट के कारण वह स्पोर्ट्स मैदान पर देर से पहुंचा तो वार्डन ने वहां भी अमित को पीटा। लगातार तीन तक वार्डन बच्चे को मारता रहा, लेकिन प्रबंधन ने कुछ नहीं किया।
होस्टल में जब अमित खाना नहीं खा रहा था और गुमसुम बैठा था तो वहां सफाई कर्मचारी ने अमित से खाना नहीं खाने का कारण पूछा। अमित ने उसे अपनी चोट दिखाते हुए पूरा किस्स सुनाया। इसके बाद बच्चे के पेरेंट्स को सूचना दी। पेरेंट्स ने जब स्कूल प्रबंधन से कहा कि बच्चे को पीटने के बजाय हमें सूचना क्यों नहीं दी। इस पर स्कूल प्रबंधन ने वार्डन के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय पेरेंट्स के हाथ में टीसी थमा दी। जबकि पिछले ही महीने उन्होंने अमित का एडमिशन करवाकर 50 हजार रुपए फीस जमा की थी।
कई घंटे तक थाने में बैठे रहे पैरेंट्स नहीं हुई कार्रवाई
स्कूल प्रबंधन के ऐसे व्यवहार से दुखी होकर पेरेंट्स शिकायत लेकर एरोड्रम थाने पहुंचे। वे एफआईआर दर्ज कराने के लिए कई घंटे परेशान होते रहे। यहां पुलिस ने उनसे शिकायती आवेदन लेकर रवाना कर दिया।