BJP के वासुदेव देवनानी निर्विरोध राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष चुनाव के लिए तैयार हैं। आश्चर्यजनक मोड़: विपक्षी विधायकों ने उनके नामांकन का समर्थन किया. पहले सत्र में नाटक: सांसदों के निलंबन के खिलाफ कांग्रेस का विरोध, भाषा शपथ पर बहस। पूरी जानकारी और अंदरूनी कहानी के लिए पढ़ें!
अजमेर उत्तर से भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी 16वीं विधानसभा के स्पीकर निर्विरोध चुने जाएंगे। विधानसभा सत्र के पहले दिन बुधवार को उन्होंने स्पीकर पद के लिए नामांकन दाखिल किया। देवनानी के सामने किसी ने नामांकन नहीं भरा। स्पीकर का चुनाव गुरुवार को होगा।
वासुदेव देवनानी ने स्पीकर पद के लिए नामांकन दाखिल किया।
देवनानी ने पांच नामांकन भरे, जिन्हें विपक्ष के वरिष्ठ विधायकों ने समर्थन दिया है। विपक्ष के विधायक देवनानी के प्रस्तावक और समर्थक बने हैं। देवनानी के पहले नामांकन में सीएम भजनलाल प्रस्तावक बने हैं, जिसका सचिन पायलट ने अनुमोदन किया। दूसरे नामांकन पत्र में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रस्ताव को गोविंद सिंह डोटासरा ने अनुमोदन किया।
आज मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सबसे पहले विधायक की शपथ ली।
तीसरे नामांकन पत्र में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के प्रस्ताव का विधायक राजकुमार रोत ने अनुमोदन किया। चौथे नामांकन पत्र में डिप्टी सीएम दीया कुमारी के प्रस्ताव का निर्दलीय विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या ने अनुमोदन किया। पांचवें नामांकन में आरएलपी विधायक हनुमान बेनीवाल के प्रस्ताव का आरएलडी विधायक डॉ. सुभाष गर्ग ने अनुमोदन किया।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी विधायक पद की शपथ ली।
वासुदेव देवनानी ने स्पीकर पद के लिए नामांकन दाखिल किया।
वासुदेव देवनानी ने स्पीकर पद के लिए नामांकन दाखिल किया।
इधर, 16वीं विधानसभा के पहले सत्र में सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस विधायक शांति धारीवाल ने अचानक सत्र बुलाने पर आपत्ति जताते हुए कहा कि यह भजन मंडली नहीं है। वहीं संसद में विपक्षी सांसदों के निलंबन पर विरोध जताने के लिए पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट सहित सभी कांग्रेस विधायक काली पट्टी बांधकर सदन में पहुंचे।
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने शपथ लेने वाली डायस से ही सांसदों के निलंबन का विरोध किया। उन्होंने कहा कि मैं और मेरी पार्टी देश में प्रजातंत्र की हत्या का विरोध करते हैं। इस पर प्रोटेम स्पीकर कालीचरण सराफ ने खड़े होकर कहा कि इसकी अनुमति नहीं है। इसके बाद इसे सदन की कार्यवाही से निकाल दिया गया।
करीब 3 घंटे सत्र चलने के बाद विधानसभा की कार्यवाही गुरुवार दोपहर ढाई बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी। आज सीएम सहित 191 विधायकों ने शपथ ली। 8 विधायकों की शपथ बाकी है, जिनमें 5 बीजेपी और 3 कांग्रेस विधायक हैं।