देवलोंद थाना प्रभारी राजकुमार मिश्रा ने बताया, ‘ब्योहारी तहसील के खड्डा में पदस्थ पटवारी प्रसन्न सिंह अपने तीन साथियों के साथ सोन नदी में हो रहे अवैध खनन को रोकने गया था। टीम ने घाट पर रेत के परिवहन में लगे एक ट्रैक्टर को रोकने की कोशिश की। इसी दौरान चालक ने पटवारी पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया और फरार हो गया।’
वहीं, स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना के बाद साथी पटवारियों ने प्रशासन को सूचना दी। रात भर शव घाट पर ही पड़ा रहा। पुलिस रविवार सुबह मौके पर पहुंची।
घटना पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा- शिवराज सरकार के दौरान पनपे भ्रष्टाचार और घोटालों के कारण यह स्थिति बनी है।
आरोपी पर की थी 30 हजार इनाम की घोषणा
कलेक्टर वंदना वैद्य ने बताया, रेत माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पटवारी के परिजनों को सहायता राशि दी जाएगी। एसपी कुमार प्रतीक ने बताया, हत्या का मामला दर्ज किया गया है। सूचना मिलते ही एएसपी दिनेश चंद्र सागर ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए 30 हजार के इनाम की घोषणा की थी।
आरोपी ट्रैक्टर चालक शुभम विश्वकर्मा निवासी मैहर को गिरफ्तार कर लिया है। ट्रैक्टर भी जब्त कर लिया है। शहडोल जोन के ADGP डीसी सागर ने बताया कि पुलिस ने ट्रैक्टर मालिक नारायण सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया है।
घर में बताया- एक्सीडेंट से हुई मौत
रीवा जिले के सेमरिहा थाना अंतर्गत बरांव गांव में पटवारी प्रसन्न सिंह बघेल का गांव है। घर में बुजुर्ग माता-पिता रहते थे। प्रशासन की ओर से घर में सूचना दी गई कि प्रसन्न की सड़क हादसे में मौत हो गई है। प्रसन्न की बहन और बहनोई ने घर में अंतिम संस्कार की पूरी तैयारी की और आनन फानन में अंतिम संस्कार करवा दिया गया। प्रसन्न रिटायर्ड फौजी थे। रिटायर होने के बाद 2018 में उन्होंने पटवारी की नौकरी ज्वाइन की थी, तब से वे शहडोल जिले में ही पोस्टेड थे।
पटवारी संघ करेगा विरोध-प्रदर्शन
कलेक्टर वंदना वैद्य और एसपी कुमार प्रतीक के घटना स्थल तक नहीं जाने पर पटवारी संघ में बेहद आक्रोश है। पटवारी संघ के जिला अध्यक्ष सत्यनारायण मिश्रा ने कहा कि जिले में इतनी बड़ी घटना हो गई और कलेक्टर एसपी जिला मुख्यालय में ही बैठकर बयानबाजी करते रहे। दोनों अफसरों ने घटना स्थल का निरीक्षण क्यों नहीं किया? यह एक बड़ा सवाल है। इस मामले में पटवारी संघ विरोध प्रदर्शन करेगा। रात में बिना सुरक्षा के पटवारियों में दल को पेट्रोलिंग के लिए क्यों भेजा गया। यह बड़ी लापरवाही की श्रेणी में आता है। जल्द ही आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेंगे।