रीवा शहर के बीहर नदी में डूबने से दो भाईयों की मौत हो गई। पहले युवक की लाश कुछ ही घंटों में बरामद कर ली गई थी। जबकि दूसरे युवक का शव दूसरे दिन 19 घंटे बाद घटनास्थल से 2 KM दूर SDERF को तैरता मिला है। पीएम के लिए दोनों के शव संजय गांधी अस्पताल भेजवाया है। मर्ग कायम कर लाश परिजनों को सौंप दिया।
विश्वविद्यालय थाना प्रभारी दिनेश यादव ने बताया कि शनिवार की दोपहर 2 बजे तीन लड़के करहिया घाट के आगे नहाने पहुंचे। सबसे पहले सत्यम उर्फ शिब्बू शुक्ला पुत्र चेतनाथ 22 वर्ष निवासी बागदाह थाना बैकुंठपुर हाल चेलवा टोला बोदाबाग पानी में उतरकर उछल कूद करने लगा। कुछ देर बाद गहराई में जाकर डूबने लगा।
घटना देख भागवत द्विवेदी पुत्र शशिकांत 20 वर्ष निवासी नंदनीपुर हाल ढेकहा बचाने दौड़ा। पर दोनों से तैरना नहीं आता था। ऐसे में वह भी डूब गया। दो लोगों को डूबता देख 8 वर्षीय तीसरा बच्चा डर गया। वह रोते हुए ढेकहा की तरफ गया। वहां कुछ ही दूरी पर भागवत का निर्माणाधीन मकान बन रहा था। तुरंत परिजनों को जानकारी दी।
इसके बाद सिविल लाइन व विश्वविद्यालय पुलिस को बुलाया गया। बच्चे के बताई कहानी के अनुसार SDERF को दोपहर 3 बजे अवगत कराया। जवान स्टीमर बोट लेकर मौके पर पहुंच गए। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद सत्यम उर्फ शिब्बू शुक्ला की लाश मिल गई। वहीं दूसरे दिन भागवत द्विवेदी की लाश दो किलोमीटर दूर मिली है।
पिता बीएसएफ का जवान, बेटा इकलौता
पुलिस का कहना है कि भागवत के पिता बीएसएफ के जवान है। वह इकलौती संतान थी। ढेकहा रोड पर नया मकान बन रहा था। जहां दोनों मौसी के बच्चे एकत्र हुए। इसके बाद नदी में नहाने का प्लान बना लिया। दोनों गहराई से अनजान थे। ऐसे में खेल खेल में डूब गए। विश्वविद्यालय पुलिस ने हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है।





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