मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों का मुकाबला दिलचस्प हो चला है. भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने लगभग आधी सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है. लेकिन प्रदेश में दल बदल, बगावत और नई पार्टी ज्वॉइन करने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. बालाघाट जिले से निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल (गुड्डा भैया) ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है प्रदीप जायसवाल पहले कांग्रेस के सदस्य थे.
वे कांग्रेस सरकार में खनिज मंत्री रहे हैं. साल 2018 के विधानसभा चुनाव में प्रदीप जायसवाल को कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया था, जिससे नाराज होकर उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा था. 2018 के विधानसभा चुनाव में जायसवाल ने बीजेपी के डॉ. योगेंद्र निर्मल को हराया था. हालांकि 15 महीने बाद जब प्रदेश से कांग्रेस की सरकार गिर गई तो प्रदीप जायसवाल ने बीजेपी को समर्थन दिया था. वे सीएम शिवराज सिंह चौहान के साले संजय मसानी के विरोधी माने जाते हैं.