मैहर में खनन का कारोबार जोर शोर से चल रहा है निश्चित सरकार का राजस्व बढ़ाने के लिए लोग कड़ी मेहनत कर रहे है, खनन से सरकार का राजस्व जाता है जिस कारण हमारे ईमानदारी प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ भी बंधे है, सरकार के राजस्व को बढ़ाने के लिए हमारी जनता भी अपना भरपूर सहयोग दे रही है खदानों में हो रही ब्लास्टिंग प्रदूषण से क्षेत्रीय जनता गंभीर बीमारियों का शिकार हो जाती है उनके घर चटक जाते हैं बड़ी-बड़ी दरारें आ जाते हैं उसके बाद भी उफ तक नहीं करते क्योंकि सरकार का राजस्व बढ़ाने के लिए कुछ लोग बड़ी मेहनत करके खनन का कार्य कर रहे है, मैहर तहसील के मात्र कुछ गिने चुने गांव बठिया बराहिया सड़ेरा भटूरा भदनपुर तिलौरा बदेरा में हो रही खनन की जांच तो खदान संचालकों के संघर्ष की कहानी सामने आ सकती है किस तरह खदान संचालक संघर्ष करके कड़ी मेहनत से खनन करके ऊपर से नीचे तक राजस्व की पूर्ति करते हैं, लोगों के बीच मौखिक चर्चा है कि अगर हमारे प्रशासनिक अधिकारी जिम्मेदार विभाग वर्तमान की स्थिति से हटकर पूर्ण ईमानदारी के साथ इन ग्रामों में हो रहे खनन की जांच करें तो पहुंचे खदान संचालक मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित करने योग मिल जाएंगे और ऐसे खदान संचालकों का सम्मान होना ही चाहिए जो कड़ी मेहनत करके खनन करते हैं यह बात अलग है कि वह खनन शासन के नियमानुसार करते हैं या विपरीत जाकर करते हैं किसी भी स्थिति में करते हैं लेकिन कड़ी मेहनत तो करते हैं जिस कारण उनकी मेहनत को देखते हुए अभी तक सतना जिला प्रशासन छोटी मोटी गलती अनदेखी कर रहा है, ऐसी ही अनदेखी करते हुए खनन कारोबारियों को चुनाव के पहले पहले सतना जिले के प्रशासनिक अधिकारी खनिज मंत्री और मुख्यमंत्री से सम्मानित करवाएं आम जनता की यथास्थिति की जानकारी बिल्कुल प्रशासन न रखें क्योंकि बड़े-बड़े संघर्षों में छोटे-मोटे बलिदान तो देना ही पड़ता है और वह कार्य खनन कारोबारियों से गिरी हुई जनता को ही करना पड़ेगा!