अगर आप हॉरर फिल्मों के शौकीन हैं तो 80 और 90 के दशक की फिल्में आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हैं. जो ना सिर्फ डराती हैं बल्कि रोंगटे खड़े कर देती हैं और इन फिल्मों में नजर आने वाले भूत का क्या कहना. उस समय की हर दूसरी हॉरर फिल्म में एक जैसा ही भूत नजर आता था. बड़ा पथरीला सा मुंह, बड़ी-बड़ी डरावनी आंखें, साइड से निकले दो नुकीली दांत…उस दौर की रामसे ब्रदर्स (Ramsay Brothers) की फिल्मों के यही भूत थे. जिन्हें देख ना सिर्फ रूह कांपती थी बल्कि बच्चों की चीखें भी निकल जाती थी. बंद दरवाजा, पुराना मंदिर, काली पहाड़ी ना जाने ऐसी कितनी ही फिल्मों में अनिरुद्ध अग्रवाल ने इस किरदार को जीया लेकिन इतना डराने के बाद आज वो कहां है ये कोई नहीं जानता.
अनिरुद्ध अग्रवाल के बारे में कहा जाता है कि वो शुरुआत से ही एक्टर नहीं थे बल्कि वो नौकरी छोड़कर एक्टिंग की दुनिया में आए. वो इंजीनियर थे और उन्हें बढ़िया नौकरी मिली थी लेकिन कहीं ना कहीं एक्टिंग का शौक बिलबिला रहा था. जब एक बार वो बीमार पड़े तो उन्होंने नौकरी से छुट्टी ली. तब किसी ने उन्हें रामसे ब्रदर्स से मिलने का आइडिया था क्योंकि वो उस वक्त अपनी फिल्मों के लिए कास्टिंग कर रहे थे. सलाह मानकर अनिरुद्ध वहां पहुंचे और तब रामसे ब्रदर्स ने उन्हें देखते ही पुराना मंदिर के लिए कास्ट कर लिया. उन्हें 6 फीट लंबी कद काठी वाला शख्स चाहिए था लिहाजा इस मौके को उन्होंने हाथ से जाने नहीं दिया. इस रोल के मिलते ही अनिरुद्ध ने तुरंत नौकरी छोड़ दी थी.
अनिरुद्ध ने इसके बाद कभी नौकरी नहीं की. क्योंकि उस दौर में उन्हें एक के बाद एक काम मिलता गया और उन्हें कभी पीछे मुड़कर देखने की जरूरत नहीं पड़ी. उन्हें ऐसी कामयाबी मिली कि देखते ही देखते वो हिंदी सिनेमा के सबसे फेमस भूत बन गए और उनके हर किरदार से लोग डरने लगे. हालांकि आज वो एक्टिंग से पूरी तरह दूर हैं.