दो प्रदेशों की पुलिस तलाश रही सना को:8 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली; भाई बोला- हत्या हो गई, पुलिस का कहना- तलाश जारी है

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भाजपा नेत्री सना खान को दो प्रदेशों की पुलिस तलाश कर रही है। पर अभी तक ना ही सना खान का पता चला और ना ही अमित साहू का। भाजपा नेत्री के परिवार की उम्मीदें भी टूटती जा रही है। सना के भाई का आरोप है कि जैसे ही वह जबलपुर आई थी, उसी समय पप्पू साहू ने उसकी हत्या कर लाश को हिरण नदी में फेंककर गायब हो चुका है। सना की तलाश में महाराष्ट्र पुलिस ने भी चार दिन जबलपुर में गुजारे लेकिन कही कुछ पता नही चला। थक हारकर नागपुर पुलिस 7 अगस्त को वापस लौट गई। एमपी पुलिस भी सना और अमित साहू के मोबाइल लोकेशन तक ही अभी तक सीमित है।

7 अगस्त को कटंगी थाना पुलिस के साथ महाराष्ट्र पुलिस अमित उर्फ पप्पू साहू के झगरा गांव पहुंची जहां पर की ताला लगा हुआ था। गांव वालों से पूछताछ करने पर पता चला कि 3 तारीख को अमित साहू अपनी मां के पास आया था और यह कहते हुए उसे मौसी के घर जाने को कहा कि उनकी तबीयत खराब है, वहीं पर जाकर रहना। इसके बाद अमित की मां अपने भांजे मनीष को झगरा गांव बुलाई और फिर बहन के यहां बरगी डैम चली गई।

पप्पू साहू ने सना खान की हत्या करने के बाद कार लेकर ढाबे पहुंचा और वहां काम करने वाले अपने नौकर जितेंद्र से गाड़ी धोने के लिए कहा था। घटना को अंजाम देने के बाद अमित साहू कार सहित फरार है। ढाबे में काम करने वाला नौकर जितेंद्र भी 3 अगस्त के बाद से लापता हो गया था। पुलिस ने उसकी मोबाइल लोकेशन के आधार पर 7 तारीख की रात को सागर से पकड़ा। जितेंद्र ने ही पुलिस को बताया था कि खून से सनी कार लेकर अमित साहू आया था और उसे कार धुलने के लिए कहा था, जिसमें कि खून के धब्बे लगे हुए थे। कार लेकर अमित जो गया फ़िर दुबारा नही आया।

महाराष्ट्र भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक सेल की नागपुर महामंत्री सना खान की मां का भी राजनीति में अच्छा खासा दखल है। सना खान की मां अनीशा खान कांग्रेस अल्पसंख्यक मोर्चे से जुड़ी हुई है। नागपुर में अनीशा खान का अच्छा वर्चस्व है। सना और अमित साहू को तलाश करने के लिए पुलिस की कई टीमें बनाई गई है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के आफ़िस से लगातार इस केस की मॉनिटरिंग की जा रही है।

भाजपा नेत्री सना खान की गुमशुदगी को लेकर नागपुर DCP राहुल माडने का कहना है कि 2 अगस्त को उसके गायब होने के बाद ही हमारी पुलिस टीम एमपी जबलपुर गई थी। जहां पर कि कई स्थानों में दबिश दी गई। गोरा बाजार पुलिस के साथ चार दिनों तक सना और अमित को तलाश भी किया गया। इस मामले में जबलपुर एसपी से भी बात की गई है। दोनों का अभी तक कुछ पता नही चला है। वही गोरा बाजार थाने में पदस्थ एसआई गणेश तोमर का कहना है कि अभी तक दोनों की तलाश की जा रही है। अमित के नौकर मनीष के दिए गए बयानों को भी वैरिफाई किया जा रहा है।

राजुल अपार्टमेंट स्थित पप्पू साहू के घर पर ताला लगा हुआ था। घर पर तलाशी के लिए महाराष्ट्र पुलिस ने कलेक्टर से अनुमति मांगी। कार्यपालक मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में पप्पू साहू के घर का ताला तोड़ा गया। पुलिस ने तलाशी ली, इस दौरान सना की मां उसके भाई सहित अन्य लोग भी मौजूद थे। पुलिस ने अमित के घर की एक एक चीज तलाश कर ली लेकिन कहीं भी कुछ सबूत नहीं मिलें। 6 अगस्त को महाराष्ट्र पुलिस पप्पू साहू के आशीर्वाद ढाबा पहुंची जो कि कटंगी थाना के बेलखाडू में है। यहां पर भी पुलिस ने ढाबे में सघन चेकिंग की, इसके अलावा वहां पर मौजूद 10 से 12 लोगों से भी पूछताछ की। जिस जगह अमित उर्फ पप्पू साहू ने ढाबा बना रखा था उस जमीन के मालिक से पतासाजी की पर सफलता कहीं नही मिली। अमित साहू ने जिस जगह ढाबा खोल रखा था उसका वह हर माह 15 से 20 हजार रुपए किराया देता था। 6 अगस्त को ही महाराष्ट्र पुलिस ने कटंगी थाना पुलिस के साथ मिलकर हिरण नदी और आसपास के जंगलों में सना और अमित को तलाश किया।

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