आपने चोरी के कई केस सुने और देखें होंगे, लेकिन शायद ही लड़कियों के कपड़े पहनकर चोरी करने वाले के बारे में सुना हो। जबलपुर पुलिस ने एक ऐसे ही चोर को पकड़ा है। वह लड़कियों के कपड़े पहनकर रात में निकलता है। मौका मिलते ही घरों की बाउंड्रीवॉल लांघ जाता है। लड़कियों के कपड़े पहनने के पीछे अजीब तर्क है… कोई शक नहीं करता। आराम से चोरी कर वह निकल जाता है। CCTV फुटेज से वह एक बार फिर से पुलिस की गिरफ्त में है।
एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि संजय उर्फ खेमचंद मरावी (35) निवासी कालीमठ मदनमहल है। वह मूलतः डिंडोरी जिले का रहने वाला है। वह ऑटो ड्राइवर है। जब ऑटो लेकर निकलता है तो उसकी नजर सूने घरों को ही ताकती हैं। संजय का साथ उसका परिवार भी देता है। उसका परिवार इतना शातिर है कि जैसे ही पुलिस उसे गिरफ्तार करती है, वे उसे बाहर निकालने की तैयारी में जुट जाते हैं। यही वजह है कि पिछली चोरी के मामले में वह 7 दिन ही जेल में रहा। इस बार कोशिश होगी कि संजय जेल से जल्द बाहर नहीं आए।
संजय को पुलिस ने दूसरी बार पकड़ा है। वह ऑटो से सूने मकानों की रेकी करता है।
5 सितंबर को पहली बार पुलिस ने पकड़ा
मदनमहल थाना प्रभारी नीरज वर्मा ने बताया कि संजय सुदामा नगर के रहने वाले मुकेश उपाध्याय के घर में घुसा था। वे 20 अगस्त को परिवार के साथ अपने ससुराल पनागर गए थे। 22 अगस्त को लौटे तो दरवाजे का ताला टूटा हुआ था। अलमारी खुली थी और सामान बिखरा हुआ था। लॉकर में रखी 3 जोड़ कान की बालियां, 3 मंगलसूत्र, चांदी के सिक्के, चूड़ियां, नकदी चोरी हो गए थे।
संजय लड़की वाला बैग भी साथ लेकर चलता था। उसके पास से पुलिस को यह बैग मिला है।
कुर्ती पहने हुए CCTV में कैद हुआ
थाना प्रभारी वर्मा ने बताया कि चोर काे तलाशने के लिए मोहल्ले में लगे CCTV चेक किए गए। यहां सलवार-कुर्ती पहने कोई घर की बाउंड्रीवॉल फांदता हुआ नजर आया। फुटेज देखकर ऐसा लगा कि किसी पुरुष ने महिला के कपड़े पहन रखे हैं। जांच को आगे बढ़ाया तो चोर की पहचान ऑटो ड्राइवर खेम सिंह मरावी के रूप में हुई। पता चला कि वह मदन महल रेलवे स्टेशन के पास दिखा था। पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की तो वह डिंडोरी में मिला। इसके बाद उसे पकड़ कर जेल भेज दिया गया था।
पुलिस ने CCTV देखकर पहली बार 5 सितंबर को चोर को पकड़ा था। तब वह 7 दिन जेल में रहा था।
जेल से छूटते ही फिर चोरी करने लगा
एक सप्ताह बाद संजय जेल से छूट कर घर आया। इस बार उसने मदन महल के साथ गढ़ा, गोरखपुर, लार्डगंज क्षेत्र में भी सूने मकानों में सेंधमारी की। दिन में ऑटो चलाते हुए रेकी करता और रात में चोरी की वारदात को अंजाम देता। उसने गढ़ा थाना के एलआईसी काॅलोनी में रहने वाले रमाकांत नेमा के घर 20 सिंतबर को चोरी की। पुलिस ने यहां लगे सीसीटीवी खंगाले तो महिला के कपड़े पहने संजय नजर आ गया। जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसने 7 चोरी की वारदातें कबूली हैं। उसके पास से 11 लाख का सामान बरामद हुआ है। इसमें 161 ग्राम सोना और डेढ़ किलो चांदी के साथ जेवर, लैपटॉप, मोबाइल शामिल है।
रमाकांत नेमा के घर 20 सिंतबर को चोरी करते सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ, जिसके बाद दूसरी बार पकड़ा गया।
बदला लेने के लिए की थी चोरी
खेम सिंह ने बताया कि 3 साल पहले मुकेश उपाध्याय ने उसके साथ मारपीट की थी, जिसका बदला लेने के लिए उसने चोरी की थी। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने चुराए हुए नकदी समेत 1 लाख 25 हजार रुपए कीमत के सोने-चांदी के जेवर और घटना में इस्तेमाल औजार को जब्त कर लिया था।