रामनगर पुलिस ने अरगट में गेहूं उपार्जन में हुए लाखों के फर्जीवाड़े के मास्टर माइंड समेत 3 और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। महिला समूह की 11 महिलाओं को पहले ही पुलिस पकड़ चुकी है।
आरोपियों में फर्जीवाड़े का मास्टर माइंड राम सकल सिंह पटेल उर्फ राम सिंह पिता राम सुहग सिंह (30) निवासी ग्राम लखवार मैहर, मनोज पटेल पिता स्व मोतीलाल पटेल (35) निवासी तिघरा खुर्द अमदरा, कलावती पाल पति सुरेश पाल (40) निवासी सुलखमा रामनगर शामिल हैं।
सुलखमा के लक्ष्मी स्व सहायता समूह ने वर्ष 2023- 24 में ग्राम अरगट में गेहूं उपार्जन केंद्र में किए गए गेहूं उपार्जन के कार्य में फर्जीवाड़ा किया था। इस उपार्जन केंद्र को अनाधिकृत रूप से राम सकल सिंह ही संचालित कर था था। उपार्जन कार्य के दौरान समूह ने 2681 क्विंटल गेहूं की फर्जी इंट्री 18 किसानों के नाम पर उपार्जन पोर्टल में की थी और शासन को 79 लाख रुपए का गबन किया था। समूह ने तीन ट्रक गेहूं की टीसी भी जेनरेट कराई, लेकिन वे ट्रक कभी गोदाम पहुंचे ही नहीं।
मामला तब खुला जब कई किसानों का भुगतान नहीं हुआ। हालांकि तब तक समूह ने शासन से 56 लाख रुपए से अधिक का भुगतान प्राप्त कर लिया था और 10 किसानों के खाते में रकम ट्रांसफर कर गोलमाल भी कर लिया था। बाद में शासन ने 8 किसानों के भुगतान रोक दिए। इस मामले में एमपी स्टेट सिविल सप्लाइज कॉर्पोरेशन के जिला प्रबंधक ने रामनगर थाना पुलिस को दस्तावेज और साक्ष्य सौंप कर शिकायत दर्ज करने के लिए पत्र लिखा था।
रामनगर थाना पुलिस ने लक्ष्मी स्व सहायता समूह की अध्यक्ष, सचिव, ऑपरेटर और सदस्यों सहित मास्टर माइंड रामसकल पटेल ,उसके सहयोगी मनोज पटेल के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था। समूह की 11 महिलाएं गुरुवार को गिरफ्तार कर ली गई थीं, लेकिन मास्टर माइंड रामसकल समेत 3 आरोपी फरार थे।