मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद पहली कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंत्रियों को अपने-अपने क्षेत्रों में एक्टिव और अलर्ट रहने को कहा है। लोकसभा चुनाव की तैयारी के हिसाब से काम करने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा, ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा के साथ केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए भी सभी मंत्रियों को काम करना है। क्षेत्र के लोगों से अधिक से अधिक मेल-मुलाकात होनी चाहिए।’
मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद पहली कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंत्रियों को अपने-अपने क्षेत्रों में एक्टिव और अलर्ट रहने को कहा है। लोकसभा चुनाव की तैयारी के हिसाब से काम करने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा, ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा के साथ केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए भी सभी मंत्रियों को काम करना है। क्षेत्र के लोगों से अधिक से अधिक मेल-मुलाकात होनी चाहिए।’
उन्होंने कहा कि जल्द ही लोकसभा क्षेत्र और जिलावार प्रभार की जिम्मेदारी मंत्रियों को सौंपी जाएगी। इस बैठक में कई मंत्रियों ने जिलों की स्थिति के हिसाब से मुख्यमंत्री को सुझाव भी दिए।
CM डॉ. मोहन यादव ने कैबिनेट का विस्तार सोमवार को किया है। अब कुल मंत्रियों की संख्या बढ़कर 31 हो गई है। सोमवार को 28 विधायकों को मंत्री बनाया गया है। दो उप मुख्यमंत्रियों ने 13 दिसंबर को यादव के CM पद की शपथ लेने के साथ शपथ ग्रहण कर ली थी। अब जबकि पूरी कैबिनेट गठित हो गई है तो CM विभागों के बंटवारे का काम भी पूरा करने में जुटे हैं। यह तय है कि सामान्य प्रशासन विभाग CM अपने पास रखेंगे और बाकी विभागों को उप मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों के बीच बांटेंगे। सीएम ने कहा, मिलों के श्रमिकों को राहत देने का कार्य उज्जैन-इंदौर में हुआ है। जेसी मिल, ग्वालियर के मिल श्रमिक को देनदारी की राशि प्रदान करने के लिए रोडमैप बनाए। अधिकारी प्रशासनिक कसावट पर ध्यान दें। रात्रि विश्राम कर ग्रामों की समस्याएं हल की जाएं।